चक्काजाम पर चैंबर ने बनाई दूरी, व्यापार को नुकसान का डर

रायपुर। कांग्रेस की ओर से पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के बेटे चैतन्य बघेल की गिरफ्तारी के विरोध में आज छत्तीसगढ़ में बड़े स्तर पर चक्काजाम का ऐलान किया गया है। लेकिन इस राजनीतिक आंदोलन को व्यापारिक जगत से समर्थन नहीं मिला है। छत्तीसगढ़ चैंबर ऑफ कॉमर्स ने साफ कह दिया है कि वे इस आर्थिक नाकेबंदी के पक्ष में नहीं हैं।
चैंबर के महामंत्री अजय भसीन ने बयान दिया है कि इस तरह के आंदोलनों से रोजमर्रा के कारोबार पर बुरा असर पड़ता है, जिससे व्यापारी वर्ग को परेशानी झेलनी पड़ती है।
राजनीतिक सड़कों पर, आम जनता परेशान
कांग्रेस का यह चक्काजाम प्रदेश के सभी 33 जिलों में किया जा रहा है। सरगुजा, बस्तर, दुर्ग, बिलासपुर और रायपुर संभागों में दोपहर 2 बजे तक विरोध प्रदर्शन चलेगा।
रायपुर में टाटीबंध रोड स्थित श्रीराम मंदिर चौक (करेंसी टॉवर के पास), धरसींवा और धनेली में नेशनल हाईवे को जाम किया जाएगा। वहीं बिलासपुर में सकरी और पेंड्रीडीह फ्लाईओवर के नीचे नाकेबंदी होगी, जिससे रायपुर-बिलासपुर के यात्रियों को ट्रैफिक जाम झेलना पड़ सकता है।
हालांकि, स्कूली बसों और एम्बुलेंस को इस चक्काजाम से छूट दी गई है।
दुर्ग में सबसे ज्यादा असर, जगदलपुर भी अलर्ट पर
जगदलपुर के आमागुड़ा चौक पर भी चक्काजाम की योजना है, जिससे रायपुर-जगदलपुर मार्ग पर असर पड़ेगा। दुर्ग में आंदोलनकारियों ने छह स्थानों को ब्लॉक करने की तैयारी कर ली है, जिससे ट्रैफिक व्यवस्था सबसे ज्यादा प्रभावित हो सकती है।
अगर आप इन इलाकों से गुजरने वाले हैं, तो यात्रा से पहले रास्ते की जानकारी जरूर लें।
राजनीतिक दिग्गज उतरेंगे सड़क पर
प्रवर्तन निदेशालय (ED) की कार्रवाई के खिलाफ इस आंदोलन को नेतृत्व देने के लिए कांग्रेस ने अपनी पूरी ताकत झोंक दी है। प्रदेश अध्यक्ष दीपक बैज, नेता प्रतिपक्ष डॉ. चरणदास महंत, भूपेश बघेल और टीएस सिंहदेव जैसे बड़े नेता सड़कों पर उतरेंगे।
साथ ही रायपुर समेत 12 जिलों में प्रदर्शन को सफल बनाने के लिए कांग्रेस ने प्रभारियों की नियुक्ति भी कर दी है।