2025 में दुनिया खत्म होने की भविष्यवाणी फिर चर्चा में, NASA ने बताया पूरा सच

हर साल ‘क़यामत’ की तारीख़ तय करने वाली अफवाहें सामने आती रहती हैं, लेकिन इस बार सोशल मीडिया पर छाई दहशत की वजह है पाकिस्तान के विवादित रहस्यवादी रियाज अहमद गोहर शाही की पुरानी भविष्यवाणी। दावा किया जा रहा है कि उन्होंने 2025 के अंत तक पृथ्वी के विनाश की चेतावनी दी थी, और अब उनके अनुयायी इस भविष्यवाणी को दोबारा हवा दे रहे हैं।
गोहर शाही ने अपनी किताब ‘द रिलीजन ऑफ गॉड’ (2000) में लिखा था कि एक विशाल धूमकेतु पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है, जो 20–25 साल में टकराकर मानव सभ्यता का अंत कर देगा। उनके मुताबिक, मानवता आध्यात्मिक मूल्यों से दूर हो चुकी है और यह टकराव ईश्वरीय दंड का परिणाम होगा।
क्यों बढ़ रही है बेचैनी?
उनके अनुयायियों का दावा है कि यह कथित धूमकेतु टकराव
महाभूकंप,
विनाशकारी सुनामी,
और वैश्विक तबाही
लाएगा। वे इसे दुनिया में बढ़ते युद्धों, नैतिक पतन और मानव विनाशकारी प्रवृत्तियों का नतीजा बताते हैं।
रहस्य और गायब होना
किताब प्रकाशित होने के एक साल बाद ही, सितंबर 2001 में गोहर शाही लंदन से रहस्यमय तरीके से गायब हो गए। उनके अनुयायियों का मानना है कि वे अभी भी जिंदा हैं और दुनिया से दूर किसी गुप्त स्थान पर हैं। उन्होंने अपने जीवन में कई आध्यात्मिक संगठनों की स्थापना भी की, जिनमें अंजुमन सरफरोशान-ए-इस्लाम और MFI शामिल हैं।
NASA ने किया साफ़
दूसरी ओर, NASA और दुनिया की प्रमुख स्पेस एजेंसियों ने इस भविष्यवाणी को पूरी तरह खारिज कर दिया है।
एजेंसी के अनुसार,
2026 तक पृथ्वी से टकराने का कोई खतरा नहीं है,
न ही कोई ऐसा धूमकेतु या क्षुद्रग्रह पृथ्वी की ओर बढ़ रहा है।
यहां तक कि संभावित खतरनाक पिंडों जैसे अपोफिस को भी अब खतरे की सूची से हटा दिया गया है।
विश्वास बनाम विज्ञान
जहां गोहर शाही के समर्थक इसे दैवीय चेतावनी बता रहे हैं, वहीं वैज्ञानिक इसे पूरी तरह आधारहीन मानते हैं। विशेषज्ञों का कहना है कि किसी भी अंतरिक्षीय वस्तु की टक्कर का पूर्वानुमान वर्षों पहले लगाया जा सकता है—और फिलहाल ऐसा कोई खतरा मौजूद नहीं है।




