पाकिस्तान के सुपरकॉप की दास्तान: ‘धुरंधर’ की रिकॉर्डतोड़ सफलता के पीछे छुपी चौधरी असलम की खौफनाक कहानी

पाकिस्तान के ल्यारी की पृष्ठभूमि पर बनी फिल्म ‘धुरंधर’ ने भारत में बॉक्स ऑफिस पर ऐसा तूफान मचाया कि कमाई के पुराने रिकॉर्ड ध्वस्त हो गए। अक्षय खन्ना, रणवीर सिंह और संजय दत्त की दमदार परफॉर्मेंस ने दर्शकों को सीट से बांधे रखा। खास तौर पर संजय दत्त का किरदार चर्चा में है—पाकिस्तान पुलिस के कुख्यात और चर्चित अफसर चौधरी असलम।
चौधरी असलम सिंध पुलिस में एसपी था और कराची-ल्यारी इलाके में अपराध की दुनिया का खौफ बन चुका था। उस दौर में अरशद पप्पू और रहमान डकैत जैसे गैंगस्टर्स का आतंक चरम पर था। सरकार ने जब क्राइम के सफाए की जिम्मेदारी असलम को सौंपी, तो उसने एनकाउंटर की झड़ी लगा दी। रहमान डकैत जैसे नामी अपराधियों का खात्मा कर वह पुलिस का ‘सुपरकॉप’ कहलाने लगा। सफेद पठानी कुर्ता, हाथ में सिगरेट—उसका अंदाज ही दहशत पैदा कर देता था।
लेकिन शोहरत के साथ विवाद भी जुड़े। असलम पर आरोप लगे कि वह पूछताछ के बजाय सीधे गोली चलाने में यकीन रखता था। कई फर्जी एनकाउंटर्स के आरोपों ने उसे हमेशा सुर्खियों में रखा। अपराधियों पर भारी पड़ने वाला यही तरीका आखिरकार उसकी किस्मत बन गया।
जनवरी 2014 में ल्यारी एक्सप्रेसवे पर उसकी कार में लगाए गए बम ने उसकी जिंदगी खत्म कर दी। धमाका इतना भयानक था कि गाड़ी के परखच्चे उड़ गए। आतंकी संगठन तहरीक-ए-तालिबान ने हमले की जिम्मेदारी ली और इसे अपने लड़ाकों की मौत का बदला बताया। इससे पहले भी उस पर कई बार जानलेवा हमले हो चुके थे—लेकिन इस बार किस्मत ने साथ नहीं दिया।



