देश

Mahakumbh में सोशल मीडिया पर इन अनजान लोगों ने जमकर बटोरीं सुर्खियां, आज जानता है पूरा देश

साल 2025 में आया ये महाकुंभ कई वजहों से चर्चा में बना हुआ है, एक तरफ जहां लोग आस्था की गंगा में डूबकी लगाने के उतावले हैं, तो दूसरी ओर भगदड़ में भक्तों की मौत ने सभी को गमगीन कर दिया ।
आज फोर्थ आई न्यूज इस वीडियो में उन लोगों के बारे में बात करने जा रहा है, जिन्होने इस महाकुं में सबसे ज्यादा सुर्खियां बटोरी हैं ।

1.आईआईटीयन बाबा: – अभय सिंह, जिन्हें ‘आईआईटीयन बाबा’ के नाम से जाना जाता है, ने आईआईटी बॉम्बे से एयरोस्पेस और एयरोनॉटिकल इंजीनियरिंग में स्नातक किया है। उन्होंने सांसारिक जीवन छोड़कर आध्यात्मिक मार्ग अपनाया और महाकुंभ 2025 में अपनी उपस्थिति से सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा का विषय बने। उनकी कहानी ने लोगों के बीच गहन बहस और विचार-विमर्श को जन्म दिया।

2.मोनालिसा भोंसले:- मोनालिसा भोंसले, जो कुंभ मेले में मालाएं बेचती थीं, उनकी एक तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल होने के बाद उन्हें ‘कुंभ की मोनालिसा’ के नाम से प्रसिद्धि मिली। हालांकि, अचानक मिली इस लोकप्रियता के कारण उन्हें मीडिया और लोगों की भीड़ से असुविधा हुई, जिसके चलते उन्होंने परिवार सहित कुंभ छोड़ने का निर्णय लिया।

3.चाय वाले बाबा:- चाय वाले बाबा ने पिछले 40 वर्षों से सिविल सेवा उम्मीदवारों को मुफ्त कोचिंग देने के कारण विशेष ध्यान आकर्षित किया। वे बिना कुछ खाए-पिए दिन में 10 कप चाय पीकर अपना गुजारा करते हैं और व्हाट्सएप के माध्यम से छात्रों से संवाद स्थापित करते हैं।

4.अनाज वाले बाबा: – अमरजीत, जिन्हें ‘अनाज वाले बाबा’ के नाम से जाना जाता है, ने अपने सिर पर फसल उगाने के अनोखे तरीके से पर्यावरण के प्रति जागरूकता फैलाने का प्रयास किया। वे पिछले पांच वर्षों से अपने सिर पर गेहूं, बाजरा, चना और मटर उगाते हैं और उन्हें नियमित रूप से पानी देते हैं।

5.मस्कुलर बाबा: रूस से आए 7 फीट लंबे ‘मस्कुलर बाबा’ ने महाकुंभ में अपनी उपस्थिति से लोगों का ध्यान आकर्षित किया। सादे भगवा वस्त्र, बड़े झोले और गले में रुद्राक्ष की माला पहने हुए, उनका एक वीडियो वायरल हुआ जिसमें उन्होंने एक रिपोर्टर को चिमटे से मारा। इस घटना ने सोशल मीडिया पर व्यापक चर्चा उत्पन्न की।

6.लॉरेन पॉवेल जॉब्स (कमला):- एप्पल के सह-संस्थापक स्टीव जॉब्स की पत्नी, लॉरेन पॉवेल जॉब्स, ने महाकुंभ 2025 में भाग लिया और पंचायती अखाड़ा श्री निरंजनी से ‘कमला’ नाम प्राप्त किया। वह सनातन धर्म में शामिल होकर इसकी परंपराओं को सीखना चाहती हैं, जिससे उनकी उपस्थिति ने अंतर्राष्ट्रीय मीडिया का ध्यान आकर्षित किया।

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button