कमलनाथ के इस बयान ने और बढ़ा दी ‘महाराज’ की नाराजगी
नई दिल्ली: (Fourth Eye News ) कांग्रेस ने तीन-तीन राज्यों में विधानसभा चुनाव जीता था, तब सभी राज्यों में कांग्रेस के पास एक से ज्यादा मुख्यमंत्री के चेहरे थे, और उनमें से एक का चुनाव करना मुश्किल था, लेकिन इन तीनों ही राज्यों में कांग्रेस पार्टी ने वरिष्ठ नेताओं को तबज्जो दिया और तीनों राज्यों में सीएम कैंडिडेट घोषित हुए.
चुनाव के बाद राजस्थान और छत्तीसगढ़ में तो मामला शांत नजर आ रहा है, या चल गुटबाजी चल भी रही है तो पर्दे के पीछे से लेकिन मध्यप्रदेश में यह गुटबाजी अब खुलकर सामने आने लगी है. दरअसल मध्यप्रदेश में जीत के बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया को सीएम पद के लिए बड़ा दावेदार माना जा रहा था, लेकिन बाजी कमलनाथ ने मार ली.
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इसके बाद ज्योतिरादित्य सिंधिया लोकसभा चुनाव भी हार गए, इसके बाद से पार्टी में हो रही अनदेखी से वे खासे नाराज हैं, ज्योतिरादित्य सिंधिया अलग-अलग मुद्दों को लेकर कमलनाथ सरकार पर हमला करते रहते हैं.
हाल ही में सिंधिया ने टीकमगढ़ की एक सभा में अतिथि शिक्षकों से कहा था कि हमारी सरकार यदि वचनपत्र में दिए वचनों को पूरा नहीं करेगी तो वो अतिथि शिक्षकों के साथ सड़क पर उतरेंगे. शनिवार को पत्रकारों ने जब मुख्यमंत्री कमलनाथ से इस पर प्रतिक्रिया लेनी चाही तो कमलनाथ ने गुस्से में दो टूक जवाब देते हुए कहा कि ‘तो वो उतर जाएं’.
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सोनिया से भी जाहिर की थी अपनी नाराजगी
आपको बता दें कि मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री कमलनाथ ने शुक्रवार को कांग्रेस की अंतरिम अध्यक्ष सोनिया गांधी से मुलाकात की थी. इस मुलाकात के दौरान कमलनाथ ने कांग्रेस नेता ज्योतिरादित्य सिंधिया की ओर से राज्य सरकार पर किए गए ताजा हमले को लेकर अपनी नाराजगी भी जाहिर की थी.