
रायपुर। छत्तीसगढ़ में जिस वक्त निकाय चुनावों के वोट डाले जा रहे थे, उसी वक्त मनोहरण वेलू ने थाना खम्हारडीह में एक रिपोर्ट दर्ज कराई, जिससे पूरे राजधानी में हड़कंप मच गया, दिन दहाडे हुई इस सनसीखेज वारदात के बारे में फोर्थ आई न्यूज आगे बडे उससे पहले वीडियो को लाइक कर लीजिये और कमेंट बॉक्स में इस वारदात को चंद घंटों के भीतर सुलझा लेने वाले हमारे पुलिस के जवानों के लिए, जय हिंद लिखना मत भूलिये ।
मनोहरण ने बताया कि वो अनुपम नगर में मकान नंबर डी-14 में किराये के मकान में अपनी बहन प्रेमा वेलू व रंजनी वेलू के साथ रहता है । 11 फरवरी 2025 को दोपहर लगभग ढाई बजे से 3 बजे के बीच वो अपनी दोनों बहनों के साथ घर में था। प्रार्थी घर के बैठक रूम में बैठा था, उसकी बहन रंजनी बगल के कमरे में बैठी थी एवं दूसरे कमरे मे प्रेमा सोई हुई थी।
उसी समय दो व्यक्ति फौजी वर्दी में प्रार्थी के घर अंदर आये जो रूमाल से मुंह को ढके थे, उन्होने कहा कि आपने कोई कम्प्लेन किया है, उसी का बातचीत करने आये है । बातचीत के दौरान बाहर से घर अंदर एक अन्य व्यक्ति जो डार्क नीला रंग का पैंट पहना था, रूमाल से मुंह को ढका था, वो भी अंदर आया उसी दौरान एक वर्दी वाले व्यक्ति के साथ एक डार्क नीला रंग का पैंट पहना व्यक्ति, प्रार्थी के साथ धक्का मुक्की कर उसके हाथ और पैर को पकडकर, जमीन में गिरा दिया और दूसरा वर्दी पहना व्यक्ति घर अंदर से सफेद रंग का टावेल लाया, और उसके पैर को बांध दिया । बिना वर्दी वाला व्यक्ति अपने साथ लाये सफेद रंग के टेप से उसके हाथ को बांध दिया और मुंह में टेप लगा दिया ।
फिर वर्दी पहने एक व्यक्ति अपने पास रखें पिस्टल को निकाल कर, आवाज करोगे तो जान से मार दूंगा, बोला और एक आदमी उसके पास वहीं खडा हो गया । इसी बीच बाहर से रूमाल से मुंह बांधे एक पुरूष व पीले रंग का सलवार पहनी महिला रूमाल से मुंह ढकी थी, वो अंदर आये, और प्रेमा और रंजनी के रूम में चले गये, कुछ देर बाद पांचो व्यक्ति घर से चले गये । बाहर से दरवाजे की कुण्डी लगा दिये । बाहर गाडी की चालू होने की आवाज सुनाई दिया, जिससे प्रार्थी को उनके चले जाने का आभास होने पर, वह अपने हाथ में बंधे टेप को किसी तरह निकाला, फिर मुंह में लगे टेप और पैर में बंधे टावेल को खोला, फिर बगल के रूम रंजनी के कमरे में जाकर उसके मुंह व हाथ में लगे टेप को खोला ।
तब रंजनी ने बताया कि एक व्यक्ति द्वारा पिस्टल से जान से मारने की धमकी देकर मुंह व हाथ में टेप लगाकर उसके बांये भुजा में एक बार इंजेक्शन लगाया है । और बेड अंदर से एक गुलाबी रंग के बैग में रखे, 60 लाख रूपये के साथ काले रंग के बैग में रखे 5 लाख रूपये को ले गया । बहन प्रेमा ने उसे बताया कि एक व्यक्ति ने, मुंह दबाकर जान से मार दूंगा कहकर पिस्टल दिखाकर उसके दाहिना भुजा में दो बार इंजेक्शन लगाया, इसके साथ ही महिला द्वारा उसके गले में पहने सोने की चैन को छीन लिये । उन्होने आलमारी खोलकर, उसमें रखे दो नग सोने के चैन सहित 25000 रूपये नगद निकाल लिये । इसके साथ ही उसका और रंजनी का कुल 3 नग मोबाईल फोन को भी लूट कर गये ।
चार अज्ञात नकाबपोश पुरूष एवं एक अज्ञात नकाबपोश महिला द्वारा प्रार्थी के घर अंदर प्रवेश कर प्रार्थी व उसकी दोनों बहनों को पिस्टल से जान से मारने की धमकी देकर, कुल 65,25,000 रुपए नगदी रकम, तीन नग 6 तोले की सोने की चैन, तीन नग मोबाईल फोन, सहित करीब 66,00,000 रूपये लूट कर ले गये।
प्रार्थी की रिपोर्ट पर अज्ञात आरोपियों के अपराध दर्ज कर डकैती की घटना को पुलिस के आला अधिकारियों ने गंभीरता से लिया और प्रकरण की गंभीरता को देखते हुए क्राईम ब्रांच की 10 विशेष टीमों का गठन किया गया ।
टीम के सदस्यों ने घटना स्थल निरीक्षण करने के उपरांत प्रार्थी एवं उसकी बहन प्रेमा व रंजनी से घटना के संबंध में तकनीकी रूप से विस्तृत पूछताछ करने के साथ, तत्काल थानों एवं सरहदी जिलों में नाकेबंदी लगायी गयी, डॉग स्क्वाड, फोरेंसिक टीम एव क्राईम ब्रांच की टेक्निकल टीम को साक्ष्य जुटाने हेतु लगाया गया ।
साथ ही आसपास के लोगों से भी घटना के संबंध में विस्तृत पूछताछ कर कथन लेखबद्ध किया गया। क्राईम ब्रांच की टेक्निकल टीम द्वारा घटना स्थल के आसपास लगे सीसीटीव्ही कैमरों के फुटेजों का बारिकी से देखने के बाद पाया, कि एक महिला जो पीले रंग का सलवार शूट पहनी है, व मुंह में स्कार्फ बांधी है, वहीं 04 पुरूष जिसमें से 2 लोग काम्बेट ड्रेस पहने हैं, जबकि 2 लोग सामान्य पहनावा धारण किये है । ये सभी एक सफेद रंग की बिना नंबर की रिज्ड कार से आकर घटना स्थल पर रूके, और बारी-बारी से प्रार्थी के घर अंदर प्रवेश किये एवं घटना को अंजाम देकर फरार हो गये ।
इस घटना के बाद से संदेही वाहन के आने-जाने वाले मार्गो में लगे हजारों सी.सी.टी.व्ही. कैमरों के फुटेजों को खंगालने के साथ ही, वाहन के संबंध में भी जानकारी प्राप्त कर अज्ञात आरोपियों की पतासाजी की जा रहीं थी । प्रकरण में मुखबीर लगाने के साथ ही तकनीकी विश्लेषण के माध्यम से भी अज्ञात आरोपियों की पहचान सुनिश्चित करने के प्रयास किये जा रहे थे ।
अलग – अलग 10 टीमों द्वारा सी.सी.टी.व्ही. फुटेज को खंगालते हुये आरोपियों के भागने की दिशा सुनिश्चित की गई, इसी दौरान मुखबीर द्वारा पुलिस टीम को सूचना दी गई कि आरोपियों के हुलिये एवं घटना में प्रयुक्त वाहन से मिलता-जुलता वाहन को देखा गया है । सूचना की तस्दीक करने के बाद समस्त टीमों को उसी दिशा की ओर अग्रेषित किया गया, जिसके बाद अमलेश्वर, मोतीपुर, पहंदा, महोदा, परसदा, पाटन, उतई, फुण्डा पर टीमों को भेजकर मुखबीर एवं तकनीकी साक्ष्य एकत्र किये गये ।
सीसीटीव्ही फुटेज को देखने के दौरान यह ज्ञात हुआ कि घटना के बाद एक अल्टो कार आरोपियों द्वारा उपयोग किये गये कार का पायलेटिंग कर रही है । जिसमें संदेही महिला दिखायी दे रहीं है, उसके पश्चात् उक्त वाहन का टीम के द्वारा राजनांदगांव तक पीछा करने पर उक्त वाहन के स्वामी की पहचान राहुल त्रिपाठी निवासी मनकी के रूप में किया गया ।
जिसके बाद से ही आरोपियों के दिनचर्या एवं दोस्तों के संबंध में जानकारी एकत्र कर उन पर निगाह रखीं गयी और वरिष्ठ अधिकारियों के आदेशानुसार सुनियोजित योजना बनाकर एक साथ राजनांदगांव, दुर्ग, बिलासपुर, नागपुर, बलौदा बाजार एवं रायपुर में दबिश देकर संदेहियों को हिरासत में लेकर पूछताछ किया गया ।
जिस पर उन्होंने उक्त घटना को कारित करना स्वीकार करते हुये डकैती की रकम का घटना के बाद सूनसान स्थान में आपस में बांटना बताने के साथ ही डकैती के मोबाईल फोन और घटना के समय पहने हुये कपड़ो को रास्ते में फेंकना बताया है ।
विवेचना के दौरान यह ज्ञात हुआ कि ए सोम शेखर बीएसएफ से सूबेदार के पद से साल 2011 में स्वैच्छिक सेवानिवृत्ति लिया है, तथा वर्तमान में रियल हेल्प नामक एनजीओ से जुड़ा है, साथ ही जमीन दलाली का भी कार्य करता है। इसका प्रार्थी के परिवार से घरेलू संबंध था व इसे पैसे रखें होने की जानकारी थी। जिस पर आरोपी ए सोम शेखर द्वारा पैसे डकैती की योजना बनायी गयी तथा अपने योजना में अपने साथी देवलाल वर्मा जो बिजली मिस्त्री है, के साथ कमलेश वर्मा जो ड्रायवर होने के साथ ही जमीन दलाली का भी कार्य करता है । उनको शामिल किया। योजना के मुताबिक अपने साथी देवलाल वर्मा एवं कमलेश वर्मा को जमीन खरीददार बताकर प्रार्थी के घर को दिखाया था, और उन्हें घर में रखें नगदी रकम एवं रकम रखने के स्थान की जानकारी दी थी, तथा अपनी इस योजना में और व्यक्तियों की जरूरत होने कहते हुये अन्य व्यक्तियों को भी शामिल करने कहा।
जिस पर देवलाल वर्मा एवं कमलेश वर्मा द्वारा अपने परिचित पुरूषोत्तम देवांगन को योजना के बारे में बताया गया, और अन्य आरोपियों अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी, नेहा त्रिपाठी, नागपुर महाराष्ट्र निवासी शाहिद पठान एवं पिंटू सारवान तथा बिलासपुर निवासी मनुराज मौर्य को योजना के बारे में बताकर अपने साथ शामिल किया गया।
योजना के अनुसार घटना कारित के पूर्व पुरूषोत्तम देवांगन द्वारा अजय ठाकुर, राहुल त्रिपाठी एवं नेहा त्रिपाठी को प्रार्थी का मकान पहचान कराया गया, उसके पश्चात घटना की तिथि तय करने के बाद बिलासपुर एवं नागपुर से आरोपियों को रायपुर बुलाकर योजना के अनुसार अगले दिन दिनांक 11.02.25 को राहुल त्रिपाठी एवं नेहा त्रिपाठी अपने अल्टो कार से झीठ आये राहुल त्रिपाठी को एवं अल्टो कार को वही पर छोड़ दिये अपने सभी मोबाईल फोन को स्वीच ऑफ करके वही रख दिये तथा बिना नंबर की रिज्ड कार में पांचो आरोपी सवार होकर रायपुर आकर उक्त डकैती की घटना को अंजाम दिये।
सभी आरोपियों को गिरफ्तार कर उनके कब्जे से डकैती की नगदी रकम 59,50,000/- (उनसठ लाख पचास हजार रूपये), सोने के आभूषण तथा घटना में प्रयुक्त रिज्ड कार एवं अल्टो कार जुमला कीमती लगभग 70 लाख रूपये जप्त कर आरोपियों के विरूद्ध कार्यवाही किया गया।