
रायपुर। रायपुर की सियासत इन दिनों एक अजीबोगरीब रस्साकशी का गवाह बन रही है। नगर निगम में नेता प्रतिपक्ष को लेकर घमासान मचा है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी ने युवा नेता आकाश तिवारी को इस पद की जिम्मेदारी सौंप दी है, लेकिन जमीनी हकीकत कुछ और ही बयां कर रही है।
मंगलवार को बुलाए गए निगम की सामान्य सभा के विशेष सत्र में न तो आकाश तिवारी नजर आए और न ही उनकी घोषणा का कोई असर दिखा। सदन में संदीप साहू विपक्ष के नेता के रूप में न केवल मौजूद थे, बल्कि पूरी मजबूती से अपनी बात भी रखते दिखे। उनका दावा है कि वह ही सही मायनों में नेता प्रतिपक्ष हैं।
संदीप साहू ने यहां तक कह दिया, “गुरुवार को मैं विधिवत रूप से पदभार ग्रहण करूंगा।” ऐसे में यह साफ हो गया है कि कांग्रेस की घोषणा और नगर निगम की मान्यता में फिलहाल सामंजस्य नहीं है।
अब देखना दिलचस्प होगा कि इस सियासी तकरार का पटाक्षेप कौन करता है – पार्टी आलाकमान या स्थानीय सत्ता समीकरण?