वाशिंगटन : रूस के खिलाफ प्रतिबंध लगाने पीछे नहीं हटेगा अमेरिका

वॉशिंगटन : अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप का कहना है कि रूस के प्रति उनसे ज्यादा सख्त रवैया किसी ने नहीं अपनाया और जब उन्हें लगेगा कि प्रतिबंध लगने चाहिए, लगाए जाएंगे. राष्ट्रपति का कहना है कि मुख्य धारा की मीडिया रूस के खिलाफ उठाए गए कदमों को देख नहीं सकी है. फ्लोरिडा के मार-ए-लागो में जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए ट्रंप ने कहा, ‘‘हां. हम प्रतिबंध लगाएंगे, जब लगना चाहिए. रूस के खिलाफ राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप जैसा सख्त रवैया किसी ने नहीं अपनाया है.’’ उन्होंने कहा, ‘‘कोई मुझसे ज्यादा सख्त नहीं रहा है. मैं चाहे जो कुछ भी करूं, वह मीडिया के लिए कभी कठोर नहीं होता, क्योंकि उनकी यही सोच है.’’
उठाए गए कदमों को देख नहीं सकी है
संयुक्त राष्ट्र में अमेरिका की राजदूत निक्की हेली द्वारा रूस के खिलाफ सोमवार (16 अप्रैल) को प्रतिबंध लगाये जाने की बात कहे, जाने पर किए गए सवालों के जवाब में राष्ट्रपति ने यह टिप्पणी की. हालांकि, ट्रंप ने कहा कि रूस के साथ अच्छे संबंध होना ‘‘अच्छी बात है, बुरी बात नहीं है.’
रूस के साथ मिलीभगत के आरोप ‘छलावा’
वहीं दूसरी ओर अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने 2016 में राष्ट्रपति चुनाव प्रचार के दौरान उनके प्रचार में रूस के दखल के आरोपों को ‘‘डेमोक्रेट्स की ओर से पैदा किया छलावा’’ करार दिया है. ट्रंप ने कहा कि वह चाहते हैं कि इस मामले की जांच जल्द पूरी हो जाए और वह जांच एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं. उन्होंने जापान के प्रधानमंत्री शिंजो आबे के साथ संयुक्त संवाददाता सम्मेलन में कहा, ‘‘इसलिए हम भारी मात्रा में दस्तावेज मुहैया करा रहे हैं.यह वास्तव में डेमोक्रेट्स का छलावा है जिसे उन्होंने नुकसान की भरपाई के लिए पैदा किया है.’’
एजेंसियों के साथ पूरा सहयोग कर रहे हैं
उन्होंने कहा, ‘‘जहां तक जांच की बात है मेरे जैसा पारदर्शी कभी कोई नहीं रहा. मैने अपने वकीलों से कहा है कि पूर्ण पारदर्शिता बरतो. मेरा अनुमान है कि हमने उन्हें दस्तावेज के 14 लाख पेज दिए हैं.’’ ट्रंप ने जांच को यथाशीघ्र खत्म करने का अनुरोध किया.