गड्डों वाली सड़कों का वीडियो बनाने वाला ये लड़की कौन है ?

‘बहरों को सुनाने के लिए धमाके की जरूरत होती है’ ऐसा कहते हुए 20 साल के शहीदे आजम भगत सिंह 8 अप्रैल 1929 सेंट्रल असेम्बली में बम फेंक दिया था और इसकी गूंज पूरी दुनिया ने सुनी थी, यही काम आज का युवा भी कर रहा है, लेकिन चूंकि अब हम आजाद भारत में हैं तो उस तरह के बम की जरूरत तो नहीं है, लेकिन सोशल मीडिया को युवाओं ने वो कोर्ट बना लिया है जहां वे अलग अलग अंदाज में शासन और प्रशासन पर बम फोड़ रहे हैं । अंबिकापुर की रहने वाली आकांक्षा टोप्पो ने भी एक ऐसा ही वीडियो बनाया, जिसमें वह अंबिकापुर की गड्डों से भरी एक सड़क दिखा रही हैं । सड़क अगर इतना खराब है कि गड्डे पानी से भरे हों और लोग परेशान हों, तो ये एक बड़ी समस्या जरूर है, लेकिन ऐसा नहीं है कि अंबिकापुर प्रशासन को ये सड़क न दिखती हो, बल्कि शायद हर रोज कई वीआईपी इस सड़क से रोज गुजरते होंगे । लेकिन जब ये रील आकांक्षा टोप्पो ने अपने खास अंदाज में बनाकर पोस्ट की, तो सीधे तौर पर ये तीर स्थानीय शासन और प्रसासन के सीने में जाकर लगा ।
इस वीडियो में आकांक्षा टोप्पो ने हालांकि दोनों ही पार्टियों को लपेटा था, लेकिन ज्यादा बुरा शासन भाजपा की मौजूद सरकार के नेताओं को लगा होगा, और जो मुद्दा आकांक्षा टोप्पो ने उठाया वो आम लोगों के सीने में दफन चिंगारी की तरह थी, जिसें लोगों ने अपने-अपने सोशल मीडिया पर भी शेयर किया ।
इसी बीच ट्रोलर भी एक्टिव हो गए और कुछ ट्रोलर्स ने आकांक्षा टोप्पो को इससे पहले के कंटेंट पर घेरना शुरू कर दिया, और उनपर अश्लीलता फैलाने का आरोप भी लगाया, सोशल मीडिया पर आंकाक्षा टोप्पो के प्रशंसकों की भी कमी नहीं है, वीडियो में अपने आक्रामक अंदाज के जरिये वे बिजनेस का प्रचार भी करती हैं जो लोगों को खूब पसंद आ रहा है ।
हालांकि सड़क पर कटाक्ष का भी ये वीडियो लोग खूब पसंद कर रहे हैं, लेकिन वीडियो में उनकी भाषा शैली पर भी सवाल उठाए जा रहे हैं, आकांक्षा टोप्पो ने अपनी इस रील के जरिये जो सवाल उठाया है, उम्मीद है शासन प्रशासन इस पर गंभीरता से काम करेगा । वैसे आप सड़क की दुर्दशा पर बनाए आकांक्षा के इस वीडियो के बारे में क्या कहेंगे, अपनी राय भी जरूर कमेंट करें ।