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भारत से पंगा लेने वाले पाक में भयंकर तबाही क्यों मची, 200 लोगों की हो गई मौत

पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अचानक आई बाढ़ से 200 से अधिक लोगों की मौत, सड़कें और घर बह गए, राहत और बचाव अभियान जारी है।

पड़ोसी देश पाकिस्तान के खैबर पख्तूनख्वा में अचानक आई भयंकर बाढ़ ने पूरी तबाही मचा दी है। भारी बारिश और नदी के उफान के कारण सैकड़ों लोग अपनी जान गंवा चुके हैं। अधिकारियों के अनुसार कम से कम 200 से अधिक लोगों की मौत हुई है। AP की रिपोर्ट के मुताबिक उत्तरी और उत्तर-पश्चिमी पाकिस्तान में इस आपदा से अब तक 243 लोग मारे जा चुके हैं, जिनमें 157 केवल बुनेर जिले में हैं।

स्वात, बुनेर, शांगला, बाजौर, लोअर दीर, बट्टाग्राम और मनसेहरा जिलों में भारी नुकसान हुआ है। सड़कें, पुल, घर और स्कूल बह गए हैं। बुनियादी ढांचे को भी बुरी तरह नुकसान पहुंचा है। राहत और बचाव कार्य के लिए 1122 टीमों को लगाया गया है। बुनेर जिले में अब तक 2071 से अधिक लोगों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया गया है, जिनमें 300 स्कूली बच्चे भी शामिल हैं। अधिकारियों ने पूरे जिले में आपातकाल घोषित किया है।
दूरदराज और दुर्गम क्षेत्रों में बचाव अभियान चलाने के लिए हेलीकॉप्टरों का भी उपयोग किया जा रहा है। हालांकि, MI-17 हेलीकॉप्टर क्रैश हो गया, जिसमें पांच लोगों की मौत हो गई। इस चालक दल के सदस्यों के सम्मान में पाकिस्तान में एक दिन का शोक घोषित किया गया।

पाकिस्तान के प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ ने बाढ़ की तबाही के बाद आपातकालीन बैठक बुलाई। उन्होंने आपदा प्रबंधन विभाग को निर्देश दिया कि सभी प्रभावित लोगों और पर्यटकों को सुरक्षित स्थानों पर पहुंचाया जाए। अधिकारियों के अनुसार, अब तक 26 जून से शुरू हुई बारिश और इससे जुड़ी घटनाओं के कारण पाकिस्तान में कुल 556 लोगों की मौत हो चुकी है।
इस आपदा के कारण स्थानीय प्रशासन और राहत कार्यकर्ता दिन-रात राहत अभियान में जुटे हैं। हेलीकॉप्टर और नौकाओं की मदद से ग्रामीण इलाकों में फंसे लोगों को बचाया जा रहा है। अस्पतालों और प्राथमिक चिकित्सा केंद्रों में घायल और बाढ़ प्रभावित लोगों के लिए विशेष प्रबंध किए गए हैं।
इस आपदा ने पाकिस्तान में बुनियादी ढांचे और जीवन पर गहरा असर डाला है। विशेषज्ञों का कहना है कि भारी बारिश और ग्लोबल वार्मिंग के चलते ऐसी आपदाओं की संभावना बढ़ती जा रही है।

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