पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से क्यों दिया इस्तीफ़ा
ब्रेकिंग:- राष्ट्रीय लोक जनशक्ति पार्टी के अध्यक्ष और लोकसभा सांसद पशुपति कुमार पारस ने केंद्रीय मंत्री के पद से इस्तीफ़ा दे दिया है। पशुपति पारस ने भाजपा पर ख़ुद के साथ अन्याय करने का आरोप भी लगाया है। पारस का इस्तीफ़ा बिहार में एनडीए में सीटों के बँटवारे के ठीक एक दिन बाद आया है। 18 मार्च को बिहार में एनडीए में सीटों की साझेदारी में पशुपति कुमार पारस के दल को कोई भी सीट नहीं दी गई थी।
पारस ख़ुद हाजीपुर से लोकसभा सांसद हैं और एलजेपी में टूट होने के बाद पार्टी के अन्य चार सांसद भी उनके साथ ही थे।
पशुपति पारस का कहना है, “मैंने इमानदारी से एनडीए की सेवा की,नरेंद्र मोदी बड़े नेता हैं, सम्मानित नेता भी हैं लेकिन हमारी पार्टी के साथ और व्यक्तिगत रूप से मेरे साथ नाइंसाफ़ी हुई है। इसलिए मैं भारत सरकार के केबिनेट मंत्री पद से त्यागपत्र देता हूँ “
पशुपति कुमार पारस लोक जनशक्ति पार्टी के नेता रामविलास पासवान के भाई हैं. साल 2019 के लोकसभा चुनावों में जीत के बाद उन्हें केंद्र सरकार में मंत्री भी बनाया गया था।
उन चुनावों में एलजेपी को छह सीटों पर जीत मिली थी. इनमें हाजीपुर, जमुई, समस्तीपुर, नवादा, खगड़िया और वैशाली सीट शामिल है।
सीटों की साझेदारी में बिहार में एलजेपी के चिराग पासवान गुट को पाँच सीट दी गई है,नवादा सीट बीजेपी ने अपने पास रख ली है।
इस साझेदारी में पशुपति पारस की सीट भी छीन ली गई है और रामविलास के भतीजे और समस्तीपुर सीट से सांसद प्रिंस राज को भी कोई हिस्सा नहीं दिया गया है।