तेलीबांधा के मरीन ड्राइव केस में ईश्वर राजवाड़े के आरोपियों को नाले पर क्यों ले गई पुलिस ?
रायपुर। बिना जान पहचान और बिना किसी दुश्मनी के महज 50 रुपए के लिए कुछ दरिंदों ने एक युवक को मौत के घाट उतार दिया था, जो अपनी ड्यूटी करने करीब साढ़े तीन सौ किलोमीटर दूर अंबिकापुर से राजधानी रायपुर आया था, जब वो अंबिकापुर से निकला था, तब शायद ही उसने सोचा होगा, कि प्रदेश की राजधानी की कानून व्यवस्था लचर है, और राजधानी के चाकूबाज उसे मौत की नींद सुलाने के लिए उसका इंतजार कर रहे हैं ।
बेरहम हत्या के बाद पुलिस ने तीनों आरोपियों को धर दबोचा है, जिनसे लगातार पूछताछ की जा रही है, साथ ही उन सबूतों को जुटाने की कोशिश कर रही है जिसके बाद कातिलों को उनके अंजाम तक पहुंचाया जा सकते ।
इसी के चलते मोबाइल की तलाश के लिए पुलिस आरोपियों को लेकर उस जगह पहुंची जहां आरोपियों ने बताया कि उन्होने मृतक का मोबाइल फेंका है, इसी मोबाइल को बरामद करने के लिए पुलिस साइंस सेंटर के पास के नाले पर पहुंची थी, इस वक्त दो आरोपी हथकड़ियों के साथ पुलिस की गाड़ी में बैठे थे, जबकि पुलिस कुछ लोगों के साथ नाले में मोबाइल को ढूंढने का प्रयास कर रही थी,
काफी देर तलाश करने के बाद भी जब पुलिस को मोबाइल नहीं मिला, तो पुलिस अधिकारियों ने फैसला किया कि जिस तरह से आरोपी ने मोबाइल फेंका है, ठीक उसी तरह से उससे पत्थर नाले की ओर फिकवाया जाए, जिससे ये अंदाजा लग सके कि मोबाइल कितनी दूरी पर गया होगा, फिर क्या था, पुलिस ने इन आरोपियों को अपनी गाड़ी से नीचे उतारा और एक आरोपी जिसने मोबाइल को नाले में फेंका था उससे पत्थर को उठवाया और नाले की तरफ फेंकने को कहा, हालांकि इस दौरान वीडियो बनाने पर पुलिस ने फोर्थ आई न्यूज के कैमरे को बंद करने के लिए कहा, लेकिन आरोपी के पत्थर फेंकने का वीडियो हमारे कैमरे में रिकॉर्ड हो गया, इसके बाद ये आरोपी बड़े आरोम से इस नाले के पुल पर खड़े दिखाई दिए । इसके बाद पुलिस ने एक शख्स को नाले में उतारा और मोबाइल खोजने का प्रयास किया, इसी बीच उस शख्स को एक मोबाइल जैसी चीज दिखाई दी और फिर उसने उसे उठाया, लेकिन अफसोस ये मबाइल न होकर कोई लकड़ी का टुकड़ा निलका, जिसे उसने बाद में फेंक दिया ।
इसके बाद भी काफी देर तक पुलिस कोशिश करती रही कि मृतक के मोबाइल को बरामद किया जाए, जिसको लेकर तलाश वो करती रही, और काफी देर तक तलाशी के बाद भी जब मोबाइल नहीं मिला, तो पुलिस को बैरंग वापस लौटना पडा ।
तेलीबांधा में हुए इस खौफनाक वारदात के बाद प्रदेश की कानून व्यवस्था पर तो सवालिया निशान लग ही रहे हैं, फिर भी उम्मीद यही है कि जिस बेगुनाह कार ड्रायवर को जिन दरिंदों ने बेवजह मौत दे दी, उन्हें उनके किए की सजा जरूर मिले ।