गोविंदा के सेन्स ऑफ ह्यूमर पर बोलीं तब्बू
बॉलिवुड की बेहतरीन अभिनेत्री तब्बू को उनके शांत और गंभीर मिजाज के लिए जाना जाता है, लेकिन असल जिंदगी में तब्बू को वह लोग पसंद है जो उन्हें खूब हंसाए, जिनका सेन्स ऑफ ह्यूमर अच्छा हो। तब्बू की मानें तो फिल्म इंडस्ट्री में काम करने वालों में अधिकतर लोगों का ह्यूमर अच्छा है, तब्बू कहती हैं कि इंडस्ट्री में लोगों का ह्यूमर ऐसा है कि वह आपस में बात करते समय एक अलग तरह की पंचलाइन का इस्तेमाल बार-बार करते हैं, आमतौर पर यह लाइने शायद आम लोगों को आसानी से समझ न आए। वह बताती हैं कि बॉलिवुड में अभिनेता गोविंदा का ह्यूमर सबसे मस्त है, वह अपने बेहतरीन ह्यूमर के दम पर एक सामान्य सी स्क्रिप्ट पर ऐक्ट करते हैं तो उसका स्तर बहुत ऊंचा हो जाता है।
तब्बू कहती हैं, मुझे लगता है बाहरी लोगों की तुलना में फिल्म व्यवसाय में करने वाले काफी लोगों में सेन्स ऑफ ह्यूमर अच्छा है। फिल्म इंडस्ट्री के लोग ह्यूमर के लिए एक अगल तरह की भाषा का इस्तेमाल करते हैं, इस भाषा को बाहरी लोग आसानी से समझ नहीं सकते हैं।
फिल्म इंडस्ट्री की हास्य भाषा और पंचलाइन को समझाते हुए तब्बू बताती है, कुछ बातें हैं… जिनका इस्तेमाल इंडस्ट्री में बहुत होता है जैसे कि… कट टू उसने ऐसा कह दिया..,मैंने उसे ऐसा बोला और वह स्टॉप ब्लॉक में गायब हो गया…, अरे यार ये तो बहुत बड़ा ट्विस्ट आ गया तेरी कहानी में…,क्या यार उसने तो क्या गेम कर दिया उसकी गर्लफ्रेंड की लाइफ में… और उसकी बैंड बज गई…जैसी तमाम बातें है। वैसे तो यह सब 90 के दशक में इस्तेमाल की जाने वाली बाते हैं, लेकिन आज भी लोग इन लाइनों का इस्तेमाल खूब करते हैं।
अपने शांत स्वभाव को लेकर तब्बू कहती हैं, मेरा स्वभाव बचपन से ही ऐसा है, स्कूल, कॉलेज, फिल्म इंडस्ट्री और बाद में मीडिया… मैं हमेशा से ही लोगों से घुलने-मिलने में थोड़ा समय लेती हूं, मेरा स्वभाव ही ऐसा है।तब्बू बताती है, मुझे ऐसे लोगों की संगत ज्यादा अच्छी लगती है, जिनका सेन्स ऑफ ह्यूमर अच्छा हो, मुझे खूब हंसना पसंद है और जो लोग मुझे अपने अच्छे ह्यूमर से हंसाते है उन्हें मैं पसंद करती हूं। फराहा खान का सेन्स ऑफ ह्यूमर बहुत बेहतर है और साजिद खान का क्रेजी ह्यूमर होता है। इरफान खान बहुत फनी इंसान है, इरफान और मैंने हंसी-मजाक वाली बातें खूब की हैं, दोनों जमकर हंसते भी थे।
अभिनेता गोविंदा के साथ कई फिल्मों में काम कर चुकीं तब्बू कहती हैं, गोविंदा का सेन्स ऑफ़ ह्यूमर इतना बेहतरीन है कि यदि उन्हें आप कोई स्क्रिप्ट देंगे तो वह एक सामान्य सी स्क्रिप्ट को अपने हिसाब से ऐक्ट कर कमाल की स्क्रिप्ट बना देंगे, उनकी ऐक्टिंग से एक सामान्य सीन अलग लेवल पर चला जाता है। वह अपने अभिनय से ऐसा फ्लेवर ले आते हैं जिसकी आप कल्पना भी नहीं कर सकते हैं।