
रायपुर
- मुख्यमंत्री भूपेश बघेल के 60 दिन के रिपोर्ट कार्ड देने व मोदी जी के द्वारा 60 महीने के कार्यकाल पर प्रश्न करने पर प्रतिक्रिया देते हुए भाजपा प्रदेश प्रवक्ता श्रीचंद सुंदरानी ने कहा कि अच्छी बात है कि कांग्रेस पार्टी के प्रदेश अध्यक्ष मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने 60 दिनों के कार्यों का रिपोर्ट कार्ड पेश किया परन्तु वे मोदी जी के 60 महीनों के काम का ब्यौरा मांगने की भूल कर रहे हैं और यह भी भूल रहे हैं कि जनता के प्रति जवाबदेही का ब्यौरा देने की शुरुआत तो मोदी जी ने ही किया है।
- उन्होंने कहा कि यह लोकसभा का चुनाव है, शायद भूपेश यह तक भूल रहें हैं कि भारत की सरकार चुनने के लिए यह चुनाव होना है। ऐसे में अगर हिसाब देने का शौक ज्यादा ही हो भूपेश को तो उन्हें कांग्रेस कुशासन के 60 साल का हिसाब देने की कोशिश करना चाहिए।
- सुंदरानी ने कहा कि वह जानते हैं कि कांग्रेस का हिसाब देने की हैसियत नहीं है इनकी। सरकार का देश के प्रति जवाबदेही व देश की जनता की सुरक्षा व विकास के लिए अपने जीवन का हर क्षण न्यौछावर करने वाले मोदी जी पर प्रश्न करने से पहले भूपेश अपनी पार्टी के 60 वर्षों के कारनामों को ना भूले।
- जिस पार्टी के हाथों 60 वर्षों तक देश की जनता जिम्मेदारी सौंपती रही उसने कभी भी अपनी जवाबदेही को जनता से साझा करने का प्रयास नही किया है।
लोकतंत्र में जनता के प्रति जवाबदेही महती जिम्मेदारी होती है और इस परंपरा की शुरुआत भाजपा और मोदी जी ने किया है। यह अच्छी बात है कि इस परंपरा के निर्वहन से अब हटे तो जनता कही का नहीं छोड़ेगी, यह बात राज्य के मुख्यमंत्री को समझ आ गई है, और उन्होंने 60 दिनों का अपना रिपोर्ट कार्ड पेश किया है। - तुलना के पहले भूपेश यह भी याद रखें कि वर्षों से लचर व्यवस्था व ईच्छा शक्ति के अभाव में देश भर में पांव पसार चुके आतंकवाद और इनके अन्तर्राष्ट्रीय जड़ों को नेस्तानाबूद करने में कामयाब मोदी जी की सुरक्षा व विदेश नीति पूरी दुनिया में सराही जा रही है, जबकि छत्तीसगढ़ में इन 60 दिनों में अपराध का ग्राफ लगातार बढ़ रहा है।
- सरकार की कमजोरी और अनैतिक संरक्षण के चलते प्रदेश में लोग पुलिस तक को खुलेआम धमकाने, चमकाने व हाथापाई करने में परहेज नही कर रहे हैं। पहले इस पर लगाम लगायें भूपेश फिर अपनी पीठ ठोकें।