रायपुर, जिले के जनपद पंचायत तिल्दा के ग्राम पंचायत मोहदी की श्रीमती कल्याणी टण्डन के अथक प्रयास से इस ग्राम पंचायत और आसपास के गांवों की महिलाये सेनेटरी नैपकीन का उपयोग करना सीख गई है और स्वास्थ्य लाभ ले रही है।
श्रीमती कल्याणी टण्डन ने बताया कि स्वच्छ भारत मिशन (ग्रा.) अन्तर्गत वे स्वयं स्वच्छताग्राही के रूप में कार्य करती हैं, जिसमें वह लोगों को स्वच्छता के विभिन्न आयामों का संदेश देने के साथ ही ग्रामीण बालिकों और महिलाओं को सेनेटरी नैपकिन के उपयोग हेतु प्रेरित करती हैं।
उन्होंने बताया कि गांव की अधिकांशतः महिलायें माहवारी के दौरान कपड़ा आदि का उपयोग करती है, जिससे संक्रमण का डर रहता है। चूंकि महिलाएं इस कपड़े को शर्म के कारण खुले स्थान पर नहीं सूखा पाती और छुपाकर रखने हेतु घर के किसी कोने में रख देती है जिस पर कीड़े-मकौड़े भी चल सकते है, बिना धोये ऐसे कपड़ों का लंबे समय तक उपयोग से महिलाओं को यूरिनल और गर्भाशय में संक्रमण का खतरा रहता है।
कल्याणी टण्डन ने ग्रामीण बहनों के स्वास्थ्य एवं मर्यादा और सम्मान की सुरक्षा का बीड़ा अपने कंधो पर उठाया और घुम-घुमकर महिलाआंे को सेनेटरी नैपकिन के उपयोग से होने वाले लाभ के विषय में बताकर उपयोग हेतु प्रेरित किया। वह पैड मेन फिल्म देखकर स्वयं भी प्रेरित हुई और आस-पास के ग्राम पंचायतों की किशोरियों और महिलाओं को नैपकिन उपयोग हेतु प्रेरित किया। जिससे वे बीमारी से बचे और निश्चित होकर कार्य करें तथा कही भी आ-जा सकें।
कल्याणी टण्डन ने माहवारी पर स्व रचित कविता भी लिखी है। ’’कर्मठ जुझारू है हर स्त्री की पहचान, जिसने पहचानी सेनेटरी नेपकीन की शान, नारी जीवन है, सर्व श्रेष्ठता की मान जिसने मानी स्वच्छता की पहचान’’ कल्याणी टण्डन स्व रचित लेख स्वच्छता प्रतियोगिता में जिला व राज्य स्तरीय पुरस्कार से सम्मानित हो चुकी है।