योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी करेंगे सरेंडर नक्सली, पुलिस ने की काउंसलिंग
छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित बस्तर संभाग के कोंडागांव जिले में पुलिस ने सरेंडर नक्सलियों की काउंसलिंग की. मौके पर ही सरकारी योजनाओं का लाभ दिया गया. आत्मसमर्पित नक्सलियों का आधार और राशन कार्ड बनाया गया और अब वे योग्यता के अनुसार सरकारी नौकरी कर सकेंगे. जिला पंचायत के सभागार में आयोजित विशेष शिविर में दो सौ से अधिक समर्पित नक्सली अपने परिवार के साथ शामिल हुए.
संवेदनशील एरिया में आतंक का पर्याय बने ये नक्सली खुशहाल जिंदगी जीने आतंक दामन छोड़ चुके थे. विशेष शिविर को लेकर जिला पंचायत सीईओ नुपुर राशि पन्ना ने कहा कि समर्पण कर चुके लोगो को समाज की मुख्य धारा से जोड़ने शासन की योजना के अनुसार सुविधा देने की कोशिश की जा रही है. शिविर में पहुंचे सरेंडर नक्सलियों ने अधिकारियो को अपने क्षेत्र की समस्याओं के साथ ही अपने बच्चो के भविष्य को लेकर चिंता जाहिर की.
दूर करेंगे समस्याएं
जिला पंचायत सीईओ नुपुर राशी पन्ना ने बताया की कई माता पिता शिक्षा व्यवस्था की समस्या बताई है उसे दूर किया जाएगा. जिला पंचायत में हुए शिविर में बेचा, कुदुर जैसे संवेदनशील एरिया से आत्मसमर्पित नक्सली और नक्सल पीड़ित परिवार के लोग अपने दुधमुहे बच्चो को साथ लेकर पहुचे थे. शिविर को लेकर जिला पंचायत अध्यक्ष देवचंद मातलाम ने कहा कि इनकी हर संभव मदद की जाएगी.
प्रशासन की इस पहल पर ख़ुशी जाहिर करते हुए मर्दापाल से आये कमलेश ठाकुर ने कहा अब हमारे बच्चे भी आगे बढ़ सकेंगे और अपना भविष्य गढ़ सकेंगे. तो वहीं बेचा से आये लच्छु राम ने कहा अब हमको भी राशन मिलेगा. फ़ोर्स लगातार आपरेशन कर नक्सलियों को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश करती है. प्रशासन की यह पहल लाल आतंक के खिलाफ चल रहे मुहीम में मिल का पत्थर साबित हो सकती है.