हम किसी देश के किसी इलाके पर नजर नहीं रखते – मोदी
नई दिल्ली , प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को कहा कि भारत किसी के इलाके और संसाधनों पर नजर नहीं रखता है और उनके विकास का मॉडल ‘एक हाथ लो और दूसरे हाथ दो’ की अवधारणा पर आधारित नहीं है . प्रधानमंत्री का परोक्ष संकेत उपमहाद्वीप में चीन के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों के संदर्भ में माना जा रहा है . प्रथम प्रवासी भारतीय सांसद सम्मेलन के उद्घाटन सत्र को संबोधित करते हुए प्रधानमंत्री ने दुनिया भर के प्रवासी भारतीय सांसदों से भारत की प्रगति में हिस्सेदार बनने और देश के आर्थिक विकास में उत्प्रेरक की भूमिका निभाने की अपील की .
पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया के मंचों पर हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाई है
इस समारोह का आयोजन ऐसे समय में किया जा रहा है जब इस वर्ष महात्मा गांधी के दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटने की 102वीं वर्षगांठ मनाई जा रही है . पीएम मोदी ने कहा कि भारत ने दुनिया के मंचों पर हमेशा सकारात्मक भूमिका निभाई है और महात्मा गांधी के अहिंसा के दर्शन से चरमपंथ और कट्टरपंथ का मुकाबला किया जा सकता है . उन्होंने कहा, ‘‘ भारत ऐसा देश है जिसने दुनिया के मंचों पर हमेशा रचनात्मक भूमिका निभाई है . हम किसी भी देश के साथ अपनी नीति का मूल्यांकन लाभ और हानि के आधार पर नहीं करते हैं बल्कि इसका आकलन मानवीय मूल्यों के आइने में करते हैं . ’’
प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आने वाले निवेश में से आधा पिछले तीन वर्षों में आया है
प्रधानमंत्री ने कहा कि भारत के विकास का माडल ‘एक हाथ ले और दूसरे हाथ दे’ की अवधारणा पर आधारित नहीं है और यह उस देश की जरूरत एवं प्राथमिकता पर निर्भर करती है . उन्होंने कहा कि हमारा न तो किसी देश के संसाधनों के दोहन करने पर ध्यान होता है और न ही हम किसी के इलाके पर नजर रखते हैं . प्रधानमंत्री का परोक्ष संकेत उपमहाद्वीप में चीन के प्रभाव बढ़ाने के प्रयासों के संदर्भ में माना जा रहा है जो दक्षिण एशिया के देशों में भारी निवेश कर रहा है . प्रधानमंत्री ने कहा कि देश में आने वाले निवेश में से आधा पिछले तीन वर्षों में आया है. पिछले वर्ष देश में रिकॉर्ड 16 अरब डालर का निवेश आया . यह सरकार की ओर से दूरगामी नीतिगत प्रभाव वाले निर्णयों के कारण आए हैं जो सुधार और बदलाव के मार्गदर्शक सिद्धांत पर आधारित हैं .
पिछले तीन-चार वर्षों में भारत के प्रति नजरिया बदल गया है : पीएम
भारतीय मूल के लोगों को विश्व में भारत का स्थायी राजदूत करार देते हुए पीएम मोदी ने कहा कि पिछले तीन..चार वर्षों में भारत में महत्वपूर्ण बदलाव आया है, हमारे प्रति विश्व का नजरिया बदल रहा है तथा भारत के लोगों की आशाएं-आकांक्षाएं इस समय उच्चतम स्तर पर हैं. उन्होंने कहा कि आप लोग लंबे समय से अलग-अलग देशों में रह रहे हैं. आपने अनुभव किया होगा कि पिछले तीन-चार वर्षों में भारत के प्रति नजरिया बदल गया है. हमारे उपर ध्यान बढ़ रहा है, विश्व का हमारे प्रति नजरिया बदल रहा है, तो इसका मुख्य कारण यही है कि भारत स्वयं बदल रहा है, इसमें बदलाव आ रहा है .
मोदी ने कहा, "जैसा पहले था, वैसे ही चलता रहेगा, कुछ बदलेगा नहीं", इस सोच से भारत अब बहुत आगे बढ़ चुका है. व्यवस्थाओं में हो रहे संपूर्ण परिवर्तन का, इसमें हो रहे अपरिवर्तनीय बदलाव का परिणाम आपको हर क्षेत्र में नजर आएगा . उल्लेखनीय है कि प्रवासी भारतीय सांसदों का यह पहला सम्मेलन है . साल 2003 में प्रवासी भारतीय दिवस मनाने की शुरुआत हुई थी जब केंद्र में अटल बिहारी वाजपेयी के नेतृत्व वाली सरकार थी . तब यह माना गया था कि चूंकि महात्मा गांधी सबसे प्रमुख प्रवासी थे और वे 9 जनवरी को दक्षिण अफ्रीका से भारत लौटे थे, ऐसे में 9 जनवरी को प्रवासी भारतीयों को समर्पित किया जाए .