चेन्नई : जलियांवाला नरसंहार की तरह है तूतीकरण में हुई जघन्य हत्या

चेन्नई : तूतीकरण में स्टेरलाइट प्लांट को बंद करने की मांग के खिलाफ प्रदर्शनकारियों पर की गई फायरिंग को लेकर तमिलनाडु सरकार चौतरफा घिरती हुई नजऱ आ रही है। मंगलवार को पुलिस कार्रवाई में नौ लोगों की मौत हो गई थी।एक तरफ डीएमके जहां ने इस इसे जघन्य हत्या करार दिया है तो वहीं दूसरी तरफ एमडीएमके ने इसकी तुलना जलियांवाला हत्याकांड से कर दी। जबकि, कांग्रेस ने इसे राज्य प्रयोजित आतंकवाद करार दिया है। डीएमके नेता एमके स्टालिन ने सादी वर्दी में एक पुलिसवाले को प्रदर्शनकारियों पर बंदूक ताने हुए फोटो ट्वीट किया है और लिखा है- निर्दोष लोगों को सामूहिक हत्या
मंगलवार को पुलिस कार्रवाई में नौ लोगों की मौत हो गई थी
स्टालिन ने लिखा है- कम से कम 11 तमिल लोगों की हुई जघन्य हत्या के लिए आखिर कौन जिम्मेवारा है? क्या इसके लिए तमिलनाडु का मुख्यमंत्री कार्यालय कानून व्यवस्था के ठीक से ना पालन करने के लिए डीजीपी पर कार्रवाई करेगा? क्या मुख्य सचिव पूरी घटना में अपनी भूमिका के बारे में बताएंगे? क्या स्टेरलाइट प्रदर्शन का इंसाफ हो पाएगा? कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी ने भी प्रदर्शनकारियों पर पुलिस की की कार्रवाई की मंगलवार को तीखी आलोचना की और इसे राज्य प्रायोजित आतंकवाद का एक उदाहरण करार दिया।
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उधर, तमिलनाडु के मुख्यमंत्री ई. के. पलानीसामी ने पूरी घटना की जांच के आदेश दिए हैं लेकिन पुलिस की कार्रवाई का बचाव किया। उन्होंने एक बयान में कहा- पुलिस को लोगों की जानमाल की रक्षा के चलते आवश्यक परिस्थिति में ये कार्रवाई करनी पड़ी है क्योंकि प्रदर्शनकारी लगातार हिंसा पर उतारू थे। पुलिस को हिंसा का काबू करना था।