छत्तीसगढ़रायपुर

स्वस्थ जीवन शैली और प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में कारगर है योग

रायपुर ,लोगों में रोग प्रतिरोधक क्षमता और स्वस्थ जीवन शैली को बढ़ावा देने के उद्ेश्य से योग आयोग द्वारा नगरीय निकायों योग कक्षाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में योग शिविरों का आयोजन किया जाएगा। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में अगले माह से रायपुर नगर निगम के 70 वार्डांे में नियमित योग कक्षाएं शुरू की जाएंगी, इसे स्मार्ट सिटी प्रोजेक्ट से भी जोड़ा जाएगा। इसके साथ ही कोविड की स्थिति को ध्यान में रखते हुए अन्य नगरीय निकायों योग कक्षाओं और ग्रामीण क्षेत्रों में योग शिविरों का आयोजन सितम्बर से दिसम्बर माह में किया जाएगा। 

समाज कल्याण मंत्री अनिला भेंड़िया की अध्यक्षता में आज मंत्रालय महानदी भवन में आयोजित योग आयोग की चौथी साधारण सभा की बैठक में कई महत्वपूर्ण निर्णय लिए गए। बैठक में योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा, सदस्य रविन्द्र सिंह, गणेश योगी और राजेश नारा भी शामिल हुए। बैठक में यूनिसेफ के सहयोग से हेल्थ एण्ड वेलनेस सेंटर और प्राथमिक स्वास्थ्य केन्द्रों में गर्भवती महिलाओं के लिए योग कार्यक्रम आयोजित किए जाने पर भी सहमति दी गयी। पायलेट प्रोजेक्ट के रूप में इसकी शुरूआत कोण्डागांव जिले से की जाएगी। 
 
फायदा हो उन्हें योगाभ्यास कार्यक्रम में शामिल किया जाए। इसके लिए उन्होंने आयुष विभाग केे समन्वय से योग प्रशिक्षण के लिए प्रोटोकाल तैयार करने के निर्देश दिए। योग आयोग के अध्यक्ष ज्ञानेश शर्मा ने बताया कि रायपुर नगर निगम में लगभग 185 गार्डन हैं, जिनका उपयोग वार्डों में योगाभ्यास कार्यक्रम के लिए किया जाएगा। इसमें योग प्रशिक्षण प्रतिदिन लोगों को सुबह एक घण्टे का योगाभ्यास कराएंगे। इस दौरान कोविड-19 के प्रोटोकाल का पालन करने के निर्देश भी दिए गए हैं। बैठक में प्रत्येक स्कूल में एनएसएस और एनसीसी की तरह योग विंग बनाने का प्रस्ताव तैयार करने पर सहमति दी गयी। 

बैठक में आयोग के सचिव एम.एल.पाण्डेय ने बताया कि योग आयोग द्वारा विगत 31 मई से निरंतर नियमित वर्चुअल योगाभ्यास और ब्रिदिंग एक्सरसाइज कराया जा रहा है। इसका सीधा प्रसारण योग आयोग के फेसबुक पेज और यू-ट्यूब पर किया जा रहा है। योगाभ्यास के वीडियो आयोग के सोशल मीडिया प्लेटफार्म पर भी अपलोड किए जा रहे हैं, जिसे लोगों द्वारा खूब पसंद किया जा रहा है। अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर आयोजित योग मैराथन के लिए 10 लाख 41 हजार 595 लोगों ने पंजीयन कराया, जिसे गोल्डन बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में भी दर्ज किया गया है। इस अवसर पर आयुष विभाग, उच्च शिक्षा, चिकित्सा शिक्षा, राष्ट्रीय छात्र सेना, लोक शिक्षण, समाज कल्याण, तकनीकी शिक्षा, राष्ट्रीय सेवा योजना, खेल एवं युवा कल्याण विभाग के प्रतिनिधि उपस्थित थे।

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