दूसरी डोज़ के प्रति बच्चों में दिखा उत्साह,बड़ी संख्या में सुबह से ही वैक्सीनेशन सेंटर पहुंचे छात्र
रायपुर। जिले में 15 से 17 वर्ष के बच्चों में दूसरा डोज लगवाने को लेकर खासा उत्साह देखा जा रहा है । पहला डोज लगवाने के बाद मंगलवार को दूसरा डोज लगवाने बड़ी संख्या में बच्चे सुबह से ही वैक्सीनेशन सेंटर और स्कूलों पर पहुंचे ।
मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी कार्यालय के मीडिया प्रभारी गजेंद्र डोंगरे ने बताया कि
प्रदेश के साथ साथ जिले में भी 3 जनवरी से 15 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन शुरू किया गया था। 28 दिन बाद एक फरवरी से जिले में दूसरा डोज़ लगना भी प्रारंभ हो गया है। बच्चों को, कोवैक्सीन की डोज दी गई थी। कोवैक्सीन में 28 दिन के बाद दूसरा डोज़ लगवाना होता है। इसी कड़ी में जिले में 153 स्कूलों में वैक्सीनेशन सेंटर बनाया गया है। पूर्व में राज्य से 1.45 लाख से अधिक बच्चों के टीकाकरण का लक्ष्य दिया गया था। रायपुर जिले में 26 जनवरी तक 87,171 से अधिक बच्चों का प्रथम डोज लगाया जा चुका है।
जिला टीकाकरण अधिकारी डॉ.आशीष वर्मा ने बताया कि कोविड-19 से बचने में टीकाकरण बहुत ही महत्वपूर्ण है। टीकाकरण कोविड-19 के संक्रमण से बचाने में हमारी काफी मदद करता है। तीसरी लहर में प्राय: देखा गया है कि जिन लोगों का संपूर्ण वैक्सीनेशन हुआ है,उनको काफी सुरक्षा मिली है। जिन लोगों को एक भी डोज़ नहीं लगी थी,उनको कोविड-19 की तीसरी लहर का खतरा अधिक रहा है ।
वैक्सीन लगवाने पहुंची छात्रा आरती ने बताया कि
आज मेरे वैक्सीन के दोनों डोज पूरे हो गए हैं। अब मैं कोविड-19 के सुरक्षा चक्र में प्रवेश कर गई हूँ। साथ ही मेरे टीकाकरण कराने से मेरा परिवार के साथ साथ देश भी कोविड-19 की संक्रमण से सुरक्षित हुआ है।
आरती ने बताया कि टीकाकरण के उपरांत स्वास्थ्य विभाग की टीम की ओर से कुछ हिदायत भी दी है। जैसे मास्क लगा के रखना, भीड़ भाड़ से दूरी बनाए रखना, नियमित रूप से हाथों को सैनिटाइज करना या साबुन से धोना बताया गया है।
15 से 17 वर्ष के बच्चों के लिए किए जा रहे टीकाकरण कार्य का नियमित रूप से जिला टीकाकरण अधिकारी (डीआईओ) डॉ.आशीष वर्मा, जिला सांख्यिकी अधिकारी डीके बंजारे एवं कोल्ड चैन मैनेजर काजेश्वर सिंह की ओर से पर्यवेक्षण किया जा रहा है।