कौन हैं नारायण चंदेल जिन्हें धरमलाल कौशिक की जगह बनाया गया है छत्तीसगढ़ विधानसभा का नया नेता प्रतिपक्ष
पिछले चुनाव में छत्तीसगढ़ में अपना सूपड़ा साफ करवा चुकी भाजपा इस बार बदलाव की बयार में बहकर सत्ता के शिखर तक पहुंचने की कोशिश कर रही है । अभी कुछ ही दिनों पहले पार्टी ने अरुण साव को प्रदेश अध्यक्ष बनाया था, और अब नेता प्रतिपक्ष को भी बदल दिया गया है । आज हम आपको छत्तीसगढ़ के नए नेता प्रतिपक्ष के बारे में बताने जा रहे हैं, कि वे कौन हैं और क्यों उन्हें पार्टी ने विधानसभा में सरकार पर हमलावर रहने की जिम्मेदारी सौंपी है ।
नारायण चंदेल जब सियासत में नहीं आए थे, तब वे बिलासपुर के एक अखबार के संवाददाता थे । उनके पिता संघ से जुड़े थे, लिहाजा स्वाभाविक रूप से उनका झुकाव भी भाजपा की ओर शुरू से रहा । 1998 में लखीराम अग्रवाल ने उन्हें चांपा विधानसभा से पहली बार टिकिट दिलाई और वे जीत भी गए ।
जांजगीर जिले के नैला के रहने वाले नारायण चंदेल चांपा विधानसभा से तीसरी बार विधायक हैं। वे विधानसभा में डिप्टी स्पीकर भी रह चुके हैं। वे उत्कृष्ट विधायक के रूप में भी सम्मानित हो चुके हैं। छत्तीसगढ़ राज्य पिछड़ा आयोग के वे अध्यक्ष भी वे रह चुके हैं।
अब सवाल ये उठता है कि आखिर धरमलाल कौशिक को क्यों नेता प्रतिपक्ष के पद से हाटाया गया, तो अंदाजा आप भी लगाइए, लेकिन भाजपा की ओर से कहा जा रहा है कि वर्तमान नेता प्रतिपक्ष धरमलाल कौशिक भी बिलासपुर जिले से आते हैं. ऐसे में संगठन के दोनों नेता एक ही जिले से हैं. क्षेत्रीय संतुलन बनाने के लिए बीजेपी अब नेता प्रतिपक्ष बदला है. तो आप क्या कहेंगे, इस बदलाव से 2024 में भाजपा की नैया पार लगेगी ?