बोले मुख्यमंत्री भूपेश बघेल, मैने हेलिकॉप्टर में ही बच्चों को बैठाने का वादा किया था, उसी में बिठाया
छत्तीसगढ़ माध्यमिक शिक्षा मंडल की बोर्ड परीक्षाओं में 10वीं और 12वीं कक्षा में श्रेष्ठ प्रदर्शन करते हुए मेरिट सूची में अपना नाम अंकित करवाने वाले विद्यार्थियों के लिए शनिवार का दिन बेहद ख़ास रहा। फोर्थ आई न्यूज़ ने आपको इस सम्बन्ध में खबर भी दिखाई थी कि किस तरह मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने इन टॉपर्स से किया गया अपना वादा पूरा किया और इन्हें हलोकॉप्टर की सैर कराई। बच्चे भी हेलीकॉप्टर की सैर करके गदगद है यह उनके लिए ऐसा क्षण है जिसे वो जीवन पर्यन्त याद रखेंगे और इसके लिए उन्होनें मुख्यमंत्री का भी आभार व्यक्त किया है।
वहीँ बच्चों की इस हेलीकॉप्टर राइड के बाद मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने अपने निवास कार्यालय में इन मेधावी छात्रों को सम्मानित भी किया। इस दौरान मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का अंदाज़ भी बेहद रोचक था। वह बच्चों के साथ काफी घुलमिल अंदाज़ में बात कर रहे थे। मुख्यमंत्री ने बच्चों से एक बात साझा कि उन्होंने बताया कि जब इन मेधावी छात्रों को सम्मानित करने की दिशा में बात हो रही थी तब कुछ अधिकारियों ने सुझाव दिया था कि टॉपर्स की संख्या 125 है, इसलिए हेलीकाप्टर की बजाय सभी को हवाई जहाज में भेज देते हैं। मगर मैंने कहा कि प्लेन तो सभी चढ़ जाते हैं,लेकिन हेलीकाप्टर तो बहुत कम चढ़ पाते हैं। मुख्यमंत्री बघेल ने कहा प्रदेश में मुख्यमंत्री के पास हेलीकाप्टर रहता है तो मंत्री और अफसर भी हेलीकाप्टर चढ़ जाते हैं। मगर आम लोगों को हेलीकाप्टर में बैठने का अवसर कम ही मिलता है। यही सोचकर उन्होनें छात्रों को हेलीकॉप्टर राइड कराने का मन बनाया।
मुख्यमंत्री ने आगे बताया कि जब यह छात्र दूर ऊपर आसमान में हेलीकाप्टर की सैर करते हुए इस पल का आनंद ले रहे थे तो इधर नीचे सुबह से ही सचिव डा. एस. भारतीदासन और प्रमुख सचिव डा. आलोक शुक्ला का ब्लडप्रेशर बढ़ा हुआ था। जब तक छात्र सुरक्षित नीचे लैंड नहीं कर गए तब तक ज़िम्मेदार अफसर भी परेशान रहे। मुख्यमंत्री ने इस दौरान सभी अफसरों को भी इस पहल को पूरा करने की बधाई देते हुए छात्रों का उत्साहवर्धन किया।
सीएम की इस पहल और अफसरों से इतर जाकर लिए गए उनके फैसले को क्या आप भी अच्छा मानते हैं। अपनी राय हमें कमेंट बॉक्स में ज़रूर दीजिए। बने रहिए फोर्थ आई न्यूज़ के साथ। नमस्कार।