रायपुर। किरेन रिजिजू को गुरुवार सुबह बड़ा झटका लगा है। उन्हें कानून मंत्रालय के बाहर का रास्ता दिखाकर पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय का कार्यभार सौंपा दिया गया है। गद्दी छिनते ही रिजिजू पर विपक्षी वार शुरू हो गए हैं। कोई उन्हें असफल कानून मंत्री बता रहा तो कोई कानून के पीछे का विज्ञान समझा रहा है।रिजिजू पर लगातार निशाना साधा जा रहा है। इस क्रम में, कांग्रेस सांसद मणिकम टैगोर ने रिजिजू को एक विफल कानून मंत्री बताया, जबकि अनुभवी वकील और राज्यसभा सांसद कपिल सिब्बल ने कहा कि कानूनों के पीछे के विज्ञान को समझना आसान नहीं था।टैगोर ने कहा कि विफल कानून मंत्री को पृथ्वी विज्ञान दिया गया है। वह कर भी क्या सकते हैं? आशा है कि अर्जुन राम मेघवाल कानून मंत्री के रूप में गरिमापूर्ण तरीके से काम करेंगे।वहीं, पूर्व कानून मंत्री सिब्बल ने छुटकी लेते हुए रिजिजू को विज्ञान मंत्रालय के लिए गुड लक कहा। उन्होंने कहा कि कानूनों के पीछे के विज्ञान को समझना आसान नहीं है। अब वह विज्ञान के नियमों से जूझने की कोशिश करेंगे। इतना ही नहीं, उद्धव ठाकरे वाली शिवसेना ने भी तंज कसा। राज्यसभा सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने सवाल किया कि क्या यह बदलाव महाराष्ट्र के फैसले की शर्मिंदगी के कारण किया गया है? या मोदानी-सेबी की जांच की वजह से?
हालांकि, मंत्रालय बदले जाने के बाद अपने पहले ट्वीट में रिजिजू ने खुद को कानून मंत्री के तौर पर मौका देने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी को शुक्रिया कहा है। उन्होंने ट्वीट किया, ‘प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी जी के मार्गदर्शन में केंद्रीय कानून एवं न्याय मंत्री के तौर पर सेवा देने सम्मान की बात है। मैं सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, सुप्रीम कोर्ट के सभी जजों, हाई कोर्ट्स के सभी चीफ जस्टिस, लोअर जुडिशरी और सभी लॉ अफसरों को उनसे मिले समर्थन के लिए शुक्रिया कहता हूं। उनके समर्थन ने हमारे नागरिकों को न्याय में आसानी सुनिश्चित हुई।’ रिजिजू ने ट्वीट में आगे लिखा कि वह उसी उत्साह और ताकत के साथ पृथ्वी विज्ञान मंत्रालय में भी काम करेंगे और प्रधानमंत्री मोदी के विजन को पूरा करने की कोशिश करेंगे।
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