बस्तर के विकास को नई गति, नारायणपुर में 42 लाख के निर्माण कार्यों की शुरुआत

रायपुर। छत्तीसगढ़ सरकार बस्तर क्षेत्र के विकास को लेकर लगातार सक्रिय है। इसी क्रम में वन मंत्री केदार कश्यप ने नारायणपुर विधानसभा क्षेत्र के नवा रतेंगा, घोटिया, रतेंगा और नारायणपाल में कुल 42 लाख रुपये के निर्माण कार्यों का भूमिपूजन किया। इन कार्यों में व्यावसायिक परिसरों, भवन निर्माण, पुल-पुलिया जैसे बुनियादी ढांचे शामिल हैं।
कार्यक्रम के दौरान मंत्री ने कहा कि मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय के नेतृत्व में बस्तर को विकास की प्राथमिकता सूची में सबसे ऊपर रखा गया है। पिछली सरकार के अधूरे कार्यों को अब तेजी से पूरा किया जा रहा है। नारायणपुर से अंतागढ़ और ओरछा तक की सड़कों के निर्माण और मरम्मत को भी मंजूरी मिल चुकी है, जिससे ग्रामीणों को बेहतर यातायात सुविधाएं मिलेंगी।
उन्होंने बताया कि शिक्षा और स्वास्थ्य के क्षेत्र में भी व्यापक सुधार की दिशा में काम हो रहा है। सरकार के मौजूदा कार्यकाल में 15 हजार प्रधानमंत्री आवास, 45 आंगनबाड़ी केंद्र, पीएससी भवन, नए स्वास्थ्य केंद्र और महतारी सदन जैसी योजनाएं मंजूर की गई हैं। इससे ग्रामीण क्षेत्रों में मूलभूत सुविधाएं बेहतर हो रही हैं।
मंत्री ने सहकारिता के माध्यम से ग्रामीण अर्थव्यवस्था को सशक्त बनाने की बात कही। छह जिलों के 325 परिवारों को 650 दुधारू पशु देने की योजना बनाई गई है। इसके साथ ही मछली, मुर्गी, बकरी पालन और मशरूम उत्पादन को बढ़ावा देने के लिए समितियां बनाई जा रही हैं। युवाओं और स्थानीय लोगों को रोजगार से जोड़ने के लिए कौशल विकास और सहकारिता कार्यक्रमों को प्रोत्साहित किया जा रहा है। आत्मसमर्पित नक्सलियों और युवाओं को होटल मैनेजमेंट, फूड प्रोसेसिंग और डिजिटल मार्केटिंग जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
स्थानीय व्यापार को बढ़ावा देने के लिए व्यावसायिक परिसरों का निर्माण किया जा रहा है। इसी कार्यक्रम में ‘एक पेड़ माँ के नाम’ अभियान के तहत वृक्षारोपण भी किया गया। मंत्री ने बताया कि अब तक इस अभियान के तहत राज्य में 1 करोड़ 7 लाख पौधे लगाए जा चुके हैं। भारतीय वन सर्वेक्षण रिपोर्ट के अनुसार, छत्तीसगढ़ देश का वह राज्य बन गया है जहां वन क्षेत्र में सबसे अधिक वृद्धि दर्ज की गई है।
इस अवसर पर पूर्व सांसद दिनेश कश्यप, जिला पंचायत अध्यक्ष वेदवती कश्यप, उपाध्यक्ष बलदेव मंडावी, जनपद अध्यक्ष संतोष बघेल सहित बड़ी संख्या में स्थानीय जनप्रतिनिधि और ग्रामीण मौजूद रहे।