सुपोषित सरगुजा: कुपोषण के खिलाफ सरगुजा की नई जंग शुरू

रायपुर। छत्तीसगढ़ के सरगुजा ज़िले में अब बच्चों की थाली और मांओं की मुस्कान दोनों बदलने जा रही हैं। कुपोषण को जड़ से मिटाने के लिए एक सशक्त और मानवीय पहल — “सुपोषित सरगुजा अभियान” और “मुख्यमंत्री अन्नकोष योजना” का आज विधिवत शुभारंभ हुआ। यह पहल महिला एवं बाल विकास विभाग की अगुवाई में, कलेक्टर विलास भोसकर के मार्गदर्शन और जिला खनिज न्यास निधि (DMF) की मदद से संचालित की जा रही है।
हर दिन का पोषण, हर बच्चे की सेहत
अब सरगुजा जिले के 9500 कुपोषित बच्चों को सप्ताह में छह दिन अतिरिक्त पोषण आहार मिलेगा।
सोमवार, बुधवार, शुक्रवार: अंडा या केला
मंगलवार, गुरुवार, शनिवार: भुने चने का सत्तू और गुड़
यह आहार टेक होम राशन और गरम भोजन योजना का सशक्त पूरक बनकर, बच्चों की रोग प्रतिरोधक क्षमता को मज़बूत करेगा और उनके शारीरिक व मानसिक विकास में मदद करेगा।
पर्वतीय कोरवाओं को विशेष पोषण सहयोग
मुख्यमंत्री अन्नकोष योजना के तहत 459 पहाड़ी कोरवा गर्भवती और शिशुवती महिलाओं को अब हर महीने मिलेगा —
1 किलो चना
1 किलो मूंग दाल — वह भी बिल्कुल मुफ्त
सिर्फ राशन ही नहीं, बल्कि महिलाओं को यह भी सिखाया जाएगा कि इन पोषक तत्वों से पौष्टिक भोजन कैसे तैयार किया जाए, ताकि वे और उनके शिशु भरपूर लाभ उठा सकें।
एक कदम मातृत्व सम्मान की ओर
अब तक इन महिलाओं को हफ्ते में सिर्फ 900 ग्राम रेडी-टू-ईट सामग्री मिलती थी, जो शिशु के स्तनपान पर निर्भरता की स्थिति में पर्याप्त नहीं मानी जाती। मुख्यमंत्री अन्नकोष योजना अब इस कमी को दूर कर, मातृत्व को सम्मान और पोषण दोनों देने का कार्य करेगी।
PM JANMAN के सपनों की उड़ान
यह पहल प्रधानमंत्री जनजातीय आदिवासी न्याय महाभियान (PM JANMAN) के मूल उद्देश्य को आगे बढ़ाते हुए, विशेष पिछड़ी जनजातियों की सेहत, सामाजिक स्थिति और आत्मनिर्भरता को मजबूत करने की दिशा में एक मील का पत्थर साबित होगी।