जिस ‘हथियार’ से मोदी करते हैं कांग्रेस पर वार, उसी ने नेपाल में गिरा दी सरकार! आंदोलन की असली कहानी

भारत का पड़ोसी देश नेपाल इस वक्त आग में झुलस रहा है। संसद जल चुकी है, सड़कों पर हिंसा फैली है और प्रधानमंत्री केपी शर्मा ओली को इस्तीफा देना पड़ा है। रिपोर्ट्स के मुताबिक, ओली देश छोड़कर दुबई चले गए हैं। इस प्रदर्शन में 20 से ज्यादा लोगों की मौत हो चुकी है और सैकड़ों घायल हैं।
आखिर क्यों भड़के लोग?
नेपाल में हिंसक विरोध की वजह कई सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म्स पर प्रतिबंध बताया जा रहा है। हालांकि असली चिंगारी एक ऑनलाइन ट्रेंड से भड़की, जिसने पूरे देश में युवाओं को सड़क पर ला दिया।
‘नेपो बेबी’ और ‘नेपो किड’ बना ट्रिगर
नेपाल में टिकटॉक और रेडिट पर ‘नेपो किड’ और ‘नेपो बेबी’ ट्रेंड तेजी से फैल गया। इसमें राजनेताओं और प्रभावशाली लोगों के बच्चों की विलासितापूर्ण जीवनशैली को उजागर किया गया। महंगी कारें, विदेशी पढ़ाई और आलीशान छुट्टियों की तस्वीरें वायरल हुईं, जिसने आम युवाओं को भड़का दिया।
पीएम मोदी का वही हथियार!
भारत में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी अक्सर कांग्रेस और विपक्ष पर भाई-भतीजावाद और वंशवाद का आरोप लगाते रहे हैं। ठीक इसी मुद्दे ने नेपाल में बवाल मचा दिया। वहां के युवा सवाल उठा रहे हैं कि जब आम लोग बेरोजगारी और गरीबी से जूझ रहे हैं, तब नेताओं के बच्चे ऐशो-आराम में कैसे जी रहे हैं?
आंदोलन से क्यों फैला इतना गुस्सा?
नेपाल का आम युवा रोजगार के लिए विदेश पलायन करता है, जबकि राजनेताओं के परिवार ऐशो-आराम से रहते हैं। इस असमानता ने ‘नेपो किड’ आंदोलन को हवा दी और देखते ही देखते यह भ्रष्टाचार विरोधी अभियान में बदल गया। नतीजा – संसद, राष्ट्रपति भवन और सुप्रीम कोर्ट तक आग की चपेट में आ गए। कुल मिलाकर, जिस मुद्दे का इस्तेमाल भारत में विपक्ष पर हमले के लिए होता है, वही मुद्दा नेपाल में एक बड़ी क्रांति की वजह बन गया।