बड़ा भूचाल: इज़रायल का दोहा पर हमला, भारत की पहली खुली निंदा

मध्य पूर्व में तनाव चरम पर पहुंच चुका है। इज़रायल द्वारा क़तर की राजधानी दोहा में हमास नेताओं को निशाना बनाकर किया गया हमला अब अंतरराष्ट्रीय विवाद का रूप ले चुका है। इस हमले में हमास के वरिष्ठ नेताओं के परिजन और सुरक्षाकर्मी मारे गए।
इज़रायल की इस कार्रवाई से मामला इतना बिगड़ा कि क़तर ने इसे अपनी संप्रभुता का उल्लंघन बताया और जवाबी कार्रवाई का अधिकार सुरक्षित रखा है। इस घटनाक्रम पर भारत की ओर से भी बड़ा बयान आया है।
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने क़तर के अमीर शेख तमीम बिन हमद अल-थानी से फोन पर बात की और दोहा में हुए हमलों पर गहरी चिंता जताई। पीएम मोदी ने इज़रायली हमले की खुलकर निंदा की और भारत की ओर से क़तर की संप्रभुता का समर्थन दोहराया।
पीएम मोदी ने अपने X (पूर्व ट्विटर) अकाउंट पर पोस्ट करते हुए कहा
“हम संवाद और कूटनीति के माध्यम से समस्याओं का समाधान चाहते हैं और क्षेत्र में शांति व स्थिरता के पक्ष में खड़े हैं। आतंकवाद के खिलाफ भारत की प्रतिबद्धता अटूट है।”
क़तर के प्रधानमंत्री शेख मोहम्मद बिन अब्दुल रहमान अल सानी ने इस हमले को “बंधकों की रिहाई की हर उम्मीद पर पानी फेरने वाला” बताया। उन्होंने यह भी कहा कि यह हमला अरब देशों के भीतर इज़रायल के प्रति असंतोष को और गहरा कर रहा है।
ग़ाज़ा स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, अब तक इज़रायली कार्रवाई में 64,600 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं।