छत्तीसगढ़ के दुर्ग में दो स्कॉर्पियो में भरा था 6.6 करोड़ कैश, जांच में जुटी है पुलिस

रायपुर। छत्तीसगढ़ राज्य की आर्थिक रिपोर्ट और विभिन्न सर्वेक्षणों से पता चलता है कि प्रदेश की लगभग एक तिहाई आबादी गरीबी रेखा से नीचे जीवन यापन करती है। छत्तीसगढ़ में करीब 30% लोग गरीबी की मार झेल रहे हैं, जहां जीएसडीपी में भले प्रगति हो, आर्थिक असमानता अभी भी एक बड़ी चुनौती बनी हुई है। राज्य की अधिकांश जनसंख्या कृषि पर निर्भर है जबकि आर्थिक विकास के बावजूद रोजगार व आय के प्रभावी वितरण में कमी बनी हुई है।
ऐसे में दुर्ग जिले के कुम्हारी थाना क्षेत्र में पुलिस ने शनिवार सुबह दो स्कॉर्पियो गाड़ियों को रोक कर करीब 6 करोड़ 60 लाख रुपए कैश बरामद किया है। दोनों गाड़ियां महाराष्ट्र पासिंग हैं और पुलिस ने गाड़ियों की सीट और डिग्गी में बड़ी मात्रा में नकदी छुपाए होने की पुष्टि की है। गाड़ियों में कुल चार व्यक्ति सवार थे, जिनसे पूछताछ जारी है।
पुलिस ने इस घटना की जानकारी आयकर विभाग को दे दी है जो आगे की कानूनी कार्रवाई कर रहा है। ASP सुखनंदन राठौर ने बताया कि पुलिस-आयकर विभाग की संयुक्त टीम इस रकम के स्रोत और इस्तेमाल की जांच कर रही है। कहा जा रहा है कि यह राशि चुनावी माहौल या अन्य संदिग्ध गतिविधियों से जुड़ी हो सकती है। इसी तरह छत्तीसगढ़ के खैरागढ़ में भी हाल ही में एक कार से 4 करोड़ 4 लाख 50 हजार रुपए बरामद हुए हैं।
यह मामला छत्तीसगढ़ की अर्थव्यवस्था के उस पहलू को उजागर करता है, जहां गरीब बहुत गरीब है और अमीर जरूरत से ज्यादा अमीर, किसी के लिए करोड़ों रुपयों की भी कीमत नहीं है, कोई फटी पेंट में जिंदगी गुजार रहा है । कुल मिलाकर ये करोड़ों रुपए आए कहां से…इसके बारे में जानना आम जनता का भी जरूरी है…लेकिन अफसोस कैश जब्त के ऐसे कई मामले पहले भी आए हैं, लेकिन फिर इन नोटों का खेल कहां से खेला गया, ये अक्सर पता नहीं चल पाता है । आपकी इस बारे में क्या राय है अपनी राय कमेंट कर जरूर बताएं




