प्रधानमंत्री सूर्यघर योजना बनी वरदान, बिजली उपभोक्ता बना ऊर्जा उत्पादक

रायपुर। प्रधानमंत्री सूर्यघर मुफ्त बिजली योजना आम नागरिकों के लिए लाभकारी साबित हो रही है। राजनांदगांव के गौरी नगर निवासी गिरधर लाल देवांगन ने इस योजना के तहत 5.5 किलोवाट का सोलर रूफटॉप सिस्टम अपने घर में लगवाया। इसकी कुल लागत 3.40 लाख रुपये रही, जिसमें केंद्र सरकार से 78 हजार और राज्य सरकार से 30 हजार रुपये की सब्सिडी मिल रही है। कुल 1.08 लाख रुपये की सब्सिडी से लागत लगभग आधी हो गई।
गिरधर देवांगन ने बताया कि सोलर पैनल लगने के पहले महीने में ही उनके घर की औसत खपत 510 यूनिट के मुकाबले 615 यूनिट बिजली का उत्पादन हुआ। अतिरिक्त 105 यूनिट बिजली ग्रिड में जा रही है, जिससे आवश्यकता पड़ने पर उपयोग किया जा सकता है। अब उनका घर एक मिनी पावरहाउस बन गया है, और बिजली बिल पूरी तरह शून्य हो गया है।
वह कहते हैं कि अब वह सिर्फ उपभोक्ता नहीं, ऊर्जा उत्पादक बन गए हैं। अनुमान के अनुसार, 4-5 वर्षों में सोलर पैनल की लागत निकल जाएगी, जबकि यह सिस्टम 20-25 वर्षों तक कार्य करेगा। इससे पर्यावरण संरक्षण और कार्बन उत्सर्जन को नियंत्रित करने में भी मदद मिलेगी।
गिरधर देवांगन का कहना है कि बची हुई राशि से वे बच्चों की पढ़ाई और घरेलू ज़रूरतें पूरी कर पा रहे हैं। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और मुख्यमंत्री विष्णु देव साय के प्रति आभार जताते हुए लोगों से इस योजना का लाभ उठाने और देश को ऊर्जा के क्षेत्र में आत्मनिर्भर बनाने की अपील की है।




