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छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका को 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल का निर्यात — आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

छत्तीसगढ़ से कोस्टा रिका को 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल का निर्यात — आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ऐतिहासिक उपलब्धि: मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय

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मुख्यमंत्री ने कहा – यह सफलता किसानों, मिल संचालकों और उद्योगों की मेहनत का परिणाम; छत्तीसगढ़ अब पोषण, नवाचार और गुणवत्ता का वैश्विक ब्रांड बन रहा है


रायपुर, 4 नवम्बर 2025। छत्तीसगढ़ के लिए यह गौरव का क्षण है कि प्रदेश से 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल (Fortified Rice Kernel – FRK) का निर्यात कोस्टा रिका को किया गया है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने इसे आत्मनिर्भर भारत और आत्मनिर्भर छत्तीसगढ़ की दिशा में एक ऐतिहासिक उपलब्धि बताया है।

मुख्यमंत्री ने कहा कि छत्तीसगढ़ की पहचान अब वैश्विक स्तर पर सुदृढ़ हो रही है। राज्य न केवल पोषण और गुणवत्ता के क्षेत्र में अग्रणी बन रहा है, बल्कि समृद्धि और नवाचार का प्रतीक भी बनता जा रहा है। उन्होंने कहा कि यह उपलब्धि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के मार्गदर्शन में कुपोषण के खिलाफ छेड़ी गई मुहिम का विस्तार है, जो अब वैश्विक प्रभाव दिखा रही है।

मुख्यमंत्री ने इसे किसानों, मिल संचालकों और निर्यातकों के लिए वैश्विक बाजार में नए अवसरों का द्वार बताया। उन्होंने कहा कि फोर्टिफाइड राइस कर्नेल का निर्यात न केवल कृषि आधारित उद्योगों को प्रोत्साहित करेगा, बल्कि मूल्यवर्धित कृषि उत्पादों की दिशा में छत्तीसगढ़ को नई पहचान देगा।

फोर्टिफाइड राइस कर्नेल में आयरन, फोलिक एसिड और विटामिन-बी12 जैसे आवश्यक पोषक तत्व होते हैं, जो खाद्य सुरक्षा और पोषण स्तर को सुदृढ़ करते हैं। मुख्यमंत्री ने कहा कि “छत्तीसगढ़ के उत्पाद अब वैश्विक बाजार में ‘पोषण के प्रतीक’ के रूप में उभर रहे हैं। यह हमारे राज्य के लिए गर्व की बात है।”

उन्होंने कहा कि यह सफलता प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के “कुपोषण मुक्त भारत” और “आत्मनिर्भर भारत” के विज़न को नई ऊर्जा देगी।

उल्लेखनीय है कि केंद्रीय वाणिज्य एवं उद्योग मंत्री पीयूष गोयल ने सोशल मीडिया पर पोस्ट कर जानकारी दी कि छत्तीसगढ़ से 12 मीट्रिक टन फोर्टिफाइड राइस कर्नेल की पहली खेप कोस्टा रिका को निर्यात की गई है। उन्होंने कहा कि यह पहल न केवल विदेशी व्यापार को सशक्त करती है, बल्कि पोषण मिशन को वैश्विक स्तर पर नई गति प्रदान करती है।

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