प्रियंका गांधी का 2019 प्लान, कांग्रेस कार्यकर्ताओं से पूछ रहीं सवाल
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के लखनऊ दफ्तर में बैठकर कार्यकर्ताओं से पार्टी की जमीनी हकीकत जानने की कोशिश छोटे-बड़े कार्यकर्ताओं को भा रही है. आज प्रियंका गांधी ने इलाहाबाद, कौशाम्बी, उन्नाव, रायबरेली, मोहनलालगंज और लखनऊ के प्रतिनिधियों से मुलाकात की.
प्रियंका गांधी को सौंपे गए पूर्वी उत्तर प्रदेश के हर लोकसभा क्षेत्र से करीब 18 से 22 लोगों के एक प्रतिनिधिमंडल ने उनसे मुलाकात की. हर जिले से मिलने वाले लोगों की सूची बनाने की जिम्मेवारी जिला कांग्रेस कमेटी की थी. इसमें जिला कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष, पूर्व जिला अध्यक्ष, विधायक, पूर्व विधायक, जिला पंचायत प्रमुख, लोकसभा के राज्य और AICC से जुड़े अधिकारी सहित जिला मीडिया प्रभारी, जिला संयोजक सरीखे नेता शामिल हुए जो अपने जिले की जमीनी हकीकत बयां कर रहे हैं.
पूरा फोकस जमीनी कार्यकर्ताओं और जमीनी हकीकत पर
प्रियंका से मिलकर बाहर निकलने के बाद आजतक ने उन लोगों से खास बातचीत की जिनके साथ प्रियंका गांधी ने घंटों तक चर्चा की थी. रायबरेली और उन्नाव से आए कार्यकर्ताओं ने सबसे पहले प्रियंका गांधी से मुलाकात की. इस बातचीत में सब ने एक सुर से कहा कि प्रियंका गांधी का पूरा फोकस जमीनी कार्यकर्ताओं और जमीनी हकीकत को टटोलना है.
कांग्रेस के शासनकाल की योजनाओं का कितना असर
लोगों ने बताया कि प्रियंका ने सभी से बूथों से जुड़े सवाल पूछे थे. जैसे बूथ पर वोटरों का मिजाज क्या है, कांग्रेस के कितने पुराने कार्यकर्ता एक्टिव हैं, कितने लोग राजनैतिक गतिविधियों में सक्रिय रहते हैं, जिले में अलग-अलग कांग्रेस के संगठनों के कार्यकलाप कितने हैं. इतना ही नहीं बल्कि ये भी जाना कि कांग्रेस के वक्त की कितनी योजनाएं जमीन पर हैं, कांग्रेस के शासनकाल की योजनाओं का कितना असर जनता रहा है और कौन सी योजना जनता याद करती है.
पर्सनल टच देने की भी कोशिश
प्रियंका गांधी से मिलकर निकले इन नेताओं की माने तो प्रियंका गांधी ने बहुत ही आत्मीयता से मुलाकात की. इस मुलाकात को एक पर्सनल टच देने की भी कोशिश की गई है. इन कार्यकर्ताओं के मुताबिक जितने जमीन से जुड़े सवाल प्रियंका गांधी ने कार्यकर्ताओं से पूछे हैं, ये जवाब कोई जमीनी कार्यकर्ता ही दे सकता है. अब किसी दूसरे नेता के लिए जवाब देना मुश्किल होगा जो जमीन से जुड़ा नहीं होगा.
प्रियंका गांधी ने मिलने वालों से पूछे 3 अहम सवाल
1. प्रदेश अध्यक्ष किसे बनाया जाना चाहिए? ये अध्यक्ष कैसे हैं?
2. आपकी लोकसभा सीट पर किसे उम्मीदवार घोषित करना चाहिए.
3. आपके जिले में संगठन की क्या स्थिति है?
जयपुर से वापिस लौटीं प्रियंका गांधी
गौरतलब है कि प्रियंका सोमवार को राजधानी में रोड शो करने के बाद अपने पति रॉबर्ट वाड्रा से मुलाकात के लिये देर रात विशेष विमान से जयपुर रवाना हो गयी थीं. प्रवर्तन निदेशालय वाड्रा और उनकी मां मॉरीन से बीकानेर में जमीन खरीद मामले में पूछताछ कर रहा है. वापिसी में वह दोपहर करीब एक बजे लखनऊ हवाई अड्डे पर पहुंची. प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष राज बब्बर समेत कई वरिष्ठ नेता उनकी अगवानी के लिये हवाई अड्डे पहुंचे थे.
लोकसभा चुनाव की ऐसी कर रहीं तैयारी
पूर्वी उत्तर प्रदेश की कांग्रेस प्रभारी प्रियंका लखनऊ के चार दिन के दौरे पर हैं. कांग्रेस सूत्रों के मुताबिक प्रियंका आज लखनऊ, मोहनलालगंज, प्रयागराज, अम्बेडकर नगर, सीतापुर, कौशाम्बी, फतेहपुर, बहराइच, फूलपुर और अयोध्या समेत 11 लोकसभा क्षेत्रों के वरिष्ठ नेताओं तथा पदाधिकारियों के साथ एक—एक कर बैठक कर रही हैं. बैठकों का यह दौर देर रात तक जारी रहेगा. इसके अलावा, प्रियंका बुधवार और गुरुवार को भी अपने प्रभार वाले बाकी लोकसभा क्षेत्रों में भी पार्टी की स्थिति का जायजा लेंगी.
पार्टी सूत्रों के मुताबिक प्रियंका इन बैठकों में हर लोकसभा क्षेत्र में पार्टी संगठन की स्थिति का जायजा ले रही है प्रियंका की इन बैठकों को आगामी लोकसभा चुनाव की तैयारियों और प्रत्याशियों के चयन के लिहाज से बेहद महत्वपूर्ण माना जा रहा है. प्रियंका ने सोमवार को लखनऊ में एक रोड शो के जरिये अपने चुनाव अभियान की जोरदार शुरुआत की थी. इस दौरान उनके साथ उनके भाई और कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी तथा पश्चिमी उत्तर प्रदेश में पार्टी के प्रभारी ज्योतिरादित्य सिंधिया भी मौजूद थे.
उल्लेखनीय है कि प्रियंका को पूर्वी उत्तर प्रदेश की 42 सीटों की जिम्मेदारी दी गयी है और राज्य के इस हिस्से में बीजेपी का खासा दबदबा माना जाता है. खुद प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी भी इसी क्षेत्र के वाराणसी की नुमाइंदगी करते हैं.