रायपुर
भारतीय जनता पार्टी प्रवक्ता सच्चिदानंद उपासने ने गोवा के मुख्यमंत्री मनोहर पर्रिकर के निधन के फौरन बाद राज्यपाल से सरकार बनाने की मांग करने पर कड़ी प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुए कहा है कि सत्ता की भूखी कांग्रेस ने निकृष्ट मानसिकता का परिचय दिया है। एक कर्मठ मुख्यमंत्री का निधन हुए कुछ पल भी नहीं बीते थे कि कांग्रेसी सरकार बनाने के लिए राज्यपाल पर दबाव बनाने धरने पर बैठ गए।
लोकतंत्र में सत्ता का फैसला संख्या बल के आधार पर होता है। लेकिन मुख्यमंत्री पर्रिकर के निधन की खबर मिलते ही कांग्रेस ने सत्ता के लिए जो हड़बड़ी दिखाई, उससे जाहिर हो गया कि कांग्रेस मानवीय संवेदना और मूल्यों की राजनीति से दूर दूर तक कोई सरोकार नहीं रखती।
उपासने ने कहा कि गोवा के साथ ही देश की जनता पूर्व रक्षा मंत्री पर्रिकर के निधन से दुखी है। जटिल स्वास्थ्य समस्या के बावजूद अंतिम सांस तक गोवा के हित में काम करने वाले पर्रिकर की कुर्सी पर कांग्रेस की नजऱ बहुत पहले से थी। अगर उसके पास साबित करने के लिए बहुमत होता भी तो ऐसी जल्दबाजी यही साबित कर रही है कि सत्ता के लिए कांग्रेस कितनी भी गिर सकती है।
उपासने ने कहा कि सत्ता की भूखी कांग्रेस का इतिहास बताता है कि इसके नेता नैतिकता से कोई वास्ता नहीं रखते। सत्ता की खातिर कांग्रेस ने देश का व्यापक नुक़सान किया है। कश्मीर से लेकर पूर्वोत्तर तक की सारी समस्याएं कांग्रेस की सत्ता की भूख का ही परिणाम हैं। नेहरू से लेकर राहुल तक हर युग में कांग्रेस की सत्ता की भूख यहां तक भारी पड़ी है कि देश विरोधी ताकतों का हौसला लगातार बढ़ता गया। सत्ता के लिए जब कांग्रेस देश हित ताक पर रख कर आतंकियों और नक्सलियों की हिमायती नजर आए तो उससे राजनीतिक शालीनता की उम्मीद ही बेमानी है।