नईदिल्ली ; राजस्थान में कांग्रेस और पश्चिम बंगाल में तृणमूल की बंपर जीत
नईदिल्ली : राजस्थान और पश्चिम बंगाल की कुल 3 लोकसभा सीटों तथा 2 विधानसभा सीटों पर हुए उपचुनावों के नतीजे गुरुवार को आ गए। सभी सीटों पर बीजेपी को मुंह की खानी पड़ी है। राजस्थान में जहां कांग्रेस ने लोकसभा की दोनों सीटों पर अजेय बढ़त बना ली है तो वहीं पश्चिम बंगाल में तृणमूल कांग्रेस ने जीत दर्ज की।
गुरुवार को जहां एक ओर देश की निगाहें बजट पर टिकी रहीं तो वहीं उपचुनाव के नतीजे भी काफी दिलचस्प रहे। राजस्थान की दो लोकसभा सीटों अजमेर और अलवर पर विजयी बढ़त बनाने के साथ ही जबकि मांडलगढ़ विधानसभा सीट पर कांग्रेस ने बड़ी जीत दर्ज की। वहीं पश्चिम बंगाल की नुआपाड़ा विधानसभा सीट तृणमूल की झोली में गई और उलुबेरिया लोकसभा पर भी बड़े अंतर से आगे चल रही है।
राजस्थान में कांग्रेस का हाथ, बीजेपी साफ
राजस्थान उपचुनाव में अलवर सीट से कांग्रेस प्रत्याशी करण सिंह यादव ने जीत दर्ज की। उन्होंने बीजेपी के जसवंत सिंह यादव को मात दी। इसी तरह अजमेर लोकसभा सीट से कांग्रेस प्रत्याशी रघु शर्मा ने बीजेपी के राम स्वरूप लांबा को धूल चटाई। मांडलगढ़ विधानसभा उपचुनाव में हालांकि कांटे की टक्कर देखने को मिली। यहां कांग्रेस प्रत्याशी विवेक धाकड़ ने बीजेपी के शक्ति सिंह हाडा को 12976 वोटों से हराया।
पश्चिम बंगाल में तृणमूल की विजय
पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया लोकसभा सीट उपचुनाव में तृणमूल प्रत्याशी सजदा अहमद बंपर जीत हासिल करने की तरफ बढ़ रही हैं। वहीं नुआपाड़ा विधानसभा सीट उपचुनाव में तृणमूल प्रत्याशी सुनील सिंह ने 1,11,729 वोटों के साथ चुनाव जीता। उन्होंने सीपीएम की गार्गी चटर्जी, बीजेपी के संदीप बनर्जी और कांग्रेस के गौतम बोस को मात दी।
इसलिए हुए उपचुनाव
राजस्थान में अजमेर लोकसभा सीट सांवरलाल जाट के निधन के बाद खाली हुई थी। वहीं अलवर लोकसभा सीट महंत चांदनाथ के निधन के बाद से रिक्त थी। मांडलगढ़ विधानसभा सीट कीर्ति कुमारी के निधन के बाद रिक्त हुई थी। इसी तरह पश्चिम बंगाल की उलुबेरिया लोकसभा सीट टीएमसी के सांसद सुल्तान अहमद के निधन के बाद खाली हुई थी। वहीं नुआपाड़ा विधानसभा सीट पर कांग्रेस विधायक मधुसूदन घोष के निधन के बाद उपचुनाव हुए हैं। सभी सीटों पर 29 जनवरी को उपचुनाव हुए थे।