जगदलपुर : कोया कुटमा समाज ने परपा स्थित कोयाभूमि में कल अपना वार्षिकोत्सव मनाया। इस मौके पर करीब 20 गांवों के देवी-देवता शामिल हुए। कोया-कुटमा समाज के लोगों ने देवगुड़ी में सेवाअर्जी लगाकर अपने कुल देवता पेनदादो से समाज में खुशहाली का आर्शीवाद मांगा और मन्नत रखी। इस मौके पर समाज के वरिष्ठ पदाधिकारी बड़ी संख्या में उपस्थित रहे।
कोया समाज प्रति वर्ष 20 जनवरी को कोयाभूमि में वार्षिकोत्सव आयोजित करता है। शनिवार दोपहर को यहां के देवगुड़ी में सबसे पहले विभिन्न गांवों से आए देवी-देवताओं को आसन देकर उनका सत्कार किया गया। वहीं पुजारियों को यथासंभव भेंट दी गई। तत्पश्चात सभी देवों को मेला स्थल में विशेष स्थान दिया गया। बस्तर जिला के इस करसाड़ में कोया कुटमा समाज के कुलदेव पेन दादो, डांड पेन जमींदारिन, आंगा देव आदि को स्थापित किया गया था। हजारों की संख्या में पहुंचे समाज के लोगों ने इनकी बारी-बारी से पूजा अर्चना की।
पूजा की विशेषता यह रही कि किसी भी देव को मदिरा नहीं चढ़ाया गया। महुआ की शराब के रूप में महुआ को पानी में भीगा कर तर्पण किया गया। इस मौके पर गोंडवाना समाज के संभागीय संरक्षक नारायण सिंह गोटा, उपाध्यक्ष ईश्वर मंडावी, जिला पंचायत सदस्य रूक्मणी कर्मा, कोया समाज बस्तर जिलाध्यक्ष देवदास कश्यप, सरपंच आयतु मण्डावी, मानसिंह कश्यप आदि विशेष तौर उपस्थित रहे। सभी ने अपनी आदिम संस्कृति को बचाए रखने के लिए सामाजिक एकता को और अधिक मजबूत करने पर बल दिया।
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