
रायपुर :आए दिनों फेसबुक को लेकर तमाम भ्रांतियां फैल रही हैं । जबसे डेटा लीक की खबर सामने आई है तबसे लोगो ने भी भोले भाले भारतीयों के विश्वास से खिलवाड़ का बीड़ा उठा लिया है ।
अब ट्रेंड में आया है BFF
अपने भी फेसबुक पर कई पोस्ट देखे होंगे जिसमे BFF ,XOXO आदि टाइप करने पर टेक्स्ट का कलर चेंज हो जाने की बातें कही जा रही थीं । साथ ही इन रंगों को ही आपकी सिक्योरिटी चेक करने का नया जरिया बताया गया । कहा गया कि अगर हरा हो जाए टेक्स्ट तो आप सिक्योर हैं अगर लाल हो जाए तो आप हैक हो चुके हैं … ऐसी कई भ्रांतियां फैलाई जा रही हैं जिसमे से कुछ भी सत्य नही है ।
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा ने किया इन अफवाहों का खंडन
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा,सर्टिफाइड एथिकल हैकर एवं कम्यूटर हैकिंग फोरेंसिक इन्वेस्टिगेटर हैं । उन्होंने कहा कि ये जो भी लाल हरे रंग शो हो रहे हैं कमेंट या पोस्ट में वो दरअसल एक फीचर है न कि कोई सिक्योरिटी चेकिंग सर्विस । इस फीचर का नाम है टेक्स्ट डिलाइट फीचर ,जिनमे कुछ ऐसे शब्दों का चयन किया गया है जो किन्ही खास मौकों या खास परिस्थिति में इस्तेमाल किये जाते हैं ,और उनके साथ जुड़े भावो के आधार पर उन्हें रंग दे दिया गया है । जैसे बधाई या काँग्रेच्यूलेशन्स को लाल ,BFF यानी बेस्ट फ्रेंड फॉरएवर को ग्रीन आदि । इनमे साथ ही कुछ ग्राफिक्स और एनिमेशन भी डाला गया है जिससे यूज़र्स इनके इस्तेमाल के प्रति आकर्षित हों
पोस्ट करना या कमेंट करना कितना सिक्योर
इस तरह से किसी भी ऐसे कलर कोड वाले शब्दों का इस्तेमाल करना घातक नही है ,लेकिन फिर भी बिना सोचे समझे कुछ भी अपने फेसबुक पर एक्सपेरिमेंट न करें । फेसबुक एक स्क्रिप्टेड एप्लीकेशन है ,यानी इसमे कमांड ओपन सोर्स भी हो सकती है ,अगर इसमे कोई ऐसी बग आजाए जो इस तरह के वर्ड टाइप करने को एक कमांड की तरह रीड करे तो हो सकता है कि हैकर इनमे हैकिंग के कुछ तरीके इस्तेमाल करने लगें जिससे हैक अटैक का खतरा और बढ़ जाए । फिलहाल जिन्होंने भी इस तरह के पोस्ट और कमेंट कर दिए हैं उन्हें भी घबराने की कोई ज़रूरत नही है ।
डेटा लीक की खबरें, हर कोई है परेशान !क्या करें क्या न करें ?
साइबर एक्सपर्ट मोनाली गुहा का कहना है कि डेटा लीक एक बार मे नही होता कि किसी ने चोरी किया हो और गायब ! ये लंबे समय तक चलने वाले प्रोसिजर्स हैं । अपने कई बार ऐसे गेम्स खेले होंगे जिनमे कुछ प्रश्न होते हैं और उनके उत्तर आपको काफी आकर्षक लगते हैं .. जैसे – जाने आपका व्यक्तित्व कैसा है ?जाने आपका चेहरा किस फिल्मी सितारे से मिलता है ?जाने आपकी मृत्यु कैसे और कब होगी? ये तमाम बेतुके सवाल पढ़ने वाले के मन मे जिज्ञासा पैदा करते हैं और यूज़र इन लिंक्स पर क्लिक कर बैठता है और फिर शुरू होता है अपने ही पैर पर कुल्हाड़ी मारने का दौर ! यानी कि आप खुद यही से अपना डेटा लीक करते हैं ।इसके लिए आपको फेसबुक से लॉगिन करने को कहा जाता है कुछ देर प्रोसेस चलता है और आपका आकर्षक उत्तर सामने आजाता है जिसे आप अपने वॉल पर शेयर करते हैं । इस छोटे से प्रोसेस में आपके अकाउंट की सारी डिटेल्स,ज़रूरी ऐक्सेस परमिशन्स,आईडी पासवर्ड से लेकर आपकी तस्वीरे सब कुछ कहीं और जा कर भी स्टोर हो चुकी होती हैं । ऐसा ही हर उस गेम और एप्प के साथ होता है जहां आपको “लॉगिन विथ फेसबुक” पर क्लिक करने को कहा जाता है और आपकी निजी जानकारी आप ही के हाथों ले ली जाती हैं । तो आज से ये प्रण लें कि अगर अपने फेसबुक की सुरक्षा चाहते हैं तो इस तरह की किसी भी लिंक पर कभी क्लिक नहीं करेंगे । न ही किसी लॉटरी के चक्कर मे पड़ कर अपनी निजी जानकारी किसी को देंगे ।
क्या उपाय करें कि अब भी सुरक्षित रह सकें
सबसे पहले अपने फेसबुक के पासवर्ड को कम से कम 3 बार बदले एवं स्ट्रांग पासवर्ड का इस्तेमाल करें । जिनमे स्पेशल कैरेक्टर,स्माल कैपिटल वर्ड,नंबर का कोई यूनिक कॉम्बिनेशन हो ।
फेसबुक में सेटिंग्स पर जाइये ,वहाँ सिक्योरिटी के ऑप्शन्स पर देखें , log me out of all devices पर क्लिक करके तमाम एक्टिव शेशन्स पर रोक लगाए ।
वही सेटिंग्स पर क्लिक करके आगे बढ़ते जाएं आपको नज़र आएगा लिंक्ड अकाउंट्स
इसमे से जो जो आपको सही न लग रहे हों उन्हें हटा दें ।
लेवल टू वेरिफिकेशन ऑन करें ।ये आपको प्राइवेसी सेटिंग्स में मिल जाएगा । इसी तरह फेस रिकॉग्निशन को भी एक्टिव करें.
किसी भी तरह की लिंक पर क्लिक न करें ,न ही लोगो को सेंड या शेयर करें ।
अपने फ़ोन की सेटिंग्स में ऍप्स पर जाइये,फेसबुक पर क्लिक कीजिए उसमे नीचे क्लियर कैश और क्लियर डेटा दिया होगा ,उस पर क्लिक करके दोनों को क्लियर कर दें ।
यदि आप मोबाइल ब्राउज़र में फेसबुक चलाते हैं तो हिस्ट्री और कैश उसमें से भी क्लियर करें ।
अपने फ़ोन पर भी पासवर्ड और एंटीवायरस का इस्तेमाल ज़रूर करें ।