मौत के बाद अतुल को इंसाफ का इंतज़ार !

एक युवा पत्रकार अतुल की दुखद मृत्यु के बाद मध्यप्रदेश के पत्रकारों में शोक की लहर , लेकिन उसकी मौत के बाद एम्स प्रबंधन के खिलाफ दूसरे पत्रकारों ने मोर्चा खोल दिया है ।
पढ़िए पत्रकार रोमिल भावसार ने अपनी फेसबुक वॉल पर क्या लिखा
हम पत्रकार जिंदगी भर सिस्टम से लड़ते हैं ताकि लोगों को न्याय मिले लेकिन एक पत्रकार जीवन से हार जाए इसलिए क्योंकि सिस्टम साथ ना दे तो क्या कहेंगे 32 साल का अतुल आज हमारे बीच नहीं हैं … हकीकत में कहें तो सिस्टम ने उसकी हत्या की है और हत्या करने वालों को सजा मिलनी चाहिए …. यह तस्वीर और बात आज अतुल की हो सकती है पर कल हो सकता है यह फोटो किसी और पत्रकार का हो जिसमें मैं या आप भी हो सकते हैं निवेदन है मिलकर अतुल को इंसाफ दिलाते हैं एम्स ने जो किया उसकी सजा उसको मिलनी चाहिए अगर हम अपने पत्रकार साथी के लिए नहीं लड़ पाए तो पत्रकारिता बेकार है… सरकार मौन है प्रशासन मौन है क्योंकि हम चुप हैं जिस दिन मध्य प्रदेश के सारे पत्रकार एक हो जाएं सरकार को झुकना पड़ेगा और अतुल को न्याय मिल जाएगा आप जिस भी माध्यम से सोशल मीडिया वेबसाइट न्यूज़ चैनल अखबार जैसे भी कर सकते आगे आएं क्योंकि अगर आज अतुल को इंसाफ नहीं मिला तो कल आप हमारी मौत पर सिर्फ मातम होगा हमारा परिवार भी न्याय के लिए भटकेगा … स्ट्रिंगर से ब्यूरो तक और मध्य प्रदेश के हर संपादक को हिल जाना चाहिए पर सब चुप क्यों हैं आओ एक बार सामने आए.. यह कैसी सरकारी व्यवस्था है जा पत्रकार के साथ आम आदमी को अस्पताल में जगह ना मिले…।