मैसूर : बीजेपी वर्कर्स के हत्यारों को पाताल से भी ढूंढकर जेल में डालेंगे

मैसूर : कर्नाटक में भारतीय जनता पार्टी को जिताने की कोशिशों में लगे पार्टी अध्यक्ष अमित शाह ने राज्य की वर्तमान कांग्रेस सरकार पर गुरुवार को जमकर हमला बोला। अमित शाह ने कांग्रेस शासन में दो दर्जन से ज्यादा कार्यकर्ताओं की हत्या का आरोप लगाते हुए कहा कि बीजेपी वर्कर्स के हत्यारों को पाताल से भी ढूंढकर जेल में डालेंगे। इस दौरान शाह ने कहा कि सिद्धारमैया सरकार का अंत नजदीक है और जल्द ही बीजेपी की सरकार बनने के बाद यहां न्याय होगा।
अमित शाह ने कांग्रेस सरकार को कठघरे में खड़ा करते हुए कहा, हत्याओं का सिलसिला चला है जो उसकी घोर निंदा करता हूं। राजनीति में राजनीतिक विचारधाराओं के प्रवाह में हिंसा का कोई स्थान नहीं है। अगर कांग्रेस सरकार समझती है कि हिंसा से हमारी विचारधारा को रोक पाएंगी तो यह उनकी गलतफहमी है।
सिद्धारमैया सरकार का समय खत्म
बीजेपी अध्यक्ष ने कहा, 24 से ज्यादा बीजेपी कार्यकर्ताओं की हत्याएं हुई हैं। 22 हत्याएं एक ही तरह से की गई हैं। फिर भी पुलिस ने कदम नहीं उठाए। हत्यारों को छुड़वाने का काम हो रहा है। वे खुलेआम घूम रहे हैं। उन्हें फिर से हत्या करने का मौका दिया जा रहा है। सिद्धारमैया सरकार का समय खत्म है। जैसे ही बीजेपी की सरकार यहां बनेगी, सभी हत्यारों को पाताल से भी ढूंढकर जेल में डालेंगे।
बीजेपी अध्यक्ष शाह ने कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गांधी पर भी निशाना साधा। उन्होंने कहा, 2014 से राहुल के नेतृत्व में कांग्रेस जितने चुनाव लड़ी है, उन सब में उनकी हार हुई है और अब बारी कर्नाटक की है। शाह ने कहा, पिछले दिनों मेरी जुबान फिसल गई और मैंने कह दिया कि सिद्धारमैया की बजाय येदियुरप्पा सरकार भ्रष्ट है। कांग्रेस पार्टी मेरे इस बयान से आनंदित हो गई। मैं राहुल गांधी और सिद्धारमैया से कहना चाहता हूं कि मुझसे गलती होगी लेकिन कर्नाटक की जनता से नहीं होगी। इससे पहले अमित शाह ने बीएस येदियुरप्पा के साथ मैसूर के पूर्व राजघराने के लोगों से मुलाकात की। उनके साथ केंद्रीय मंत्री अनंत कुमार भी मौजूद थे।
बीजेपी ने खेला अहिंदा कार्ड
कर्नाटक के चुनावी महासमर में कांग्रेस सरकार के लिंगायत कार्ड से दबाव में आई भारतीय जनता पार्टी ने अब पलटवार की तैयारी कर ली है। राज्य में कांग्रेस सरकार को सत्ता से बाहर करने के लिए बीजेपी ने कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धारमैया के मास्टर स्ट्रोक को खुद उन्हीं के खिलाफ इस्तेमाल कर हिसाब बराबर करने की योजना बनाई है। इसके लिए बीजेपी ने सिद्धारमैया के वोट बैंक कहे जाने वाले अहिंदा (माइनॉरिटीज, बैकवर्ड क्लासेज, दलितों का कन्नड़ में शॉर्ट फॉर्म) को तोडऩे का प्रयास शुरू कर दिया है।