
रायपुर: एस ड्रीमलैंड प्राइवेट लिमिटेड के कमल विहार स्थित फ्लैट एलिट इम्प्रेशिया में वित्तीय अनियमितताएं के आरोप लगातार लगते रहे हैं, पहले तो प्रोजेक्ट तय समय सीमा में पूरा नहीं हुआ जिसके चलते ग्राहकों को इसका पजेशन नहीं मिल पाया वहीँ कम्पनी ने निगम के बंधक फ्लैट्स भी बेचे जाने के आरोप लगे, इसके साथ ही अब एलआईजी फ्लैट्स एक साधन संपन्न व्यक्ति नहीं बल्कि 6 लोगों को बेच दिए जाने के आरोप लग रहे हैं ।

आपको बता दें की नियम के मुताबिक एलआईजी फ्लैट्स सिर्फ माध्यम वर्गीय परिवार के लिए ही निर्मित करके उन्हें विक्रय किये जाने थे मगर यहां नियम की अवहेलना तो हुई ही साथ ही निगम के बंधक फ्लैट्स भी कम्पनी द्वारा बेचे गए, जिसके बाद अभी तक मामले में कार्रवाई लंबित है।
वहीँ ज़िम्मेदार इस मामले से अवगत ज़रूर हैं मगर प्रतिक्रिया देने में दिलचस्पी नहीं दिखा रहे हैं, मामले में कई मर्तबा पहले रेरा से संपर्क करने की कोशिश की गई, लेकिन हर बार वही जवाब मिला कि कम्पनी के खिलाफ पहले ही एक प्रकरण न्यायालय में लंबित है उसके बाद ही कुछ स्पष्ट हो पाएगा ।

वहीँ जब बंधक फ्लैट्स के विक्रय करने, एलआईजी फ्लैट्स साधन संपन्न को बेचने का सवाल जोन 10 के अध्यक्ष आकाशदीप शर्मा से किया गया तब उन्होनें कहा कि ”लगातार शिकायतें प्राप्त हो रहीं हैं, मामला बहुत गरमाया हुआ है गंभीर भी है, मैंने पिछली बार भी कहा था कि मामले की विस्तृत जांच करवाकर कार्रवाई तय होगी, तमाम चीज़ों की एक प्रक्रिया है धैर्य रखिये, अभी बहुत से पीड़ितों को इस मामले में न्याय का इंतज़ार है, जो भी दोषी होगा उसपर निश्चित ही कार्रवाई की जाएगी।”
हर ज़िम्मेदार प्रकरण न्यायालय में लंबित होने की बात कहकर इस पूरे प्रकरण में ऑन रिकॉर्ड कुछ भी कहने से बचता नज़र आ रहा है। मगर सवाल यह है कि इसके पीछे की वजह क्या है। भविष्य में इस मामले से जुड़े और भी कई अहम तार खुलने की संभावना से इनकार नहीं किया जा सकता ।