नेशनल अर्बन कॉनक्लेव में अरुण साव ने रखा शहरी निकायों के क्षमता विकास का रोडमैप

रायपुर। उप मुख्यमंत्री और नगरीय प्रशासन एवं विकास मंत्री अरुण साव ने केन्द्रीय आवासन और शहरी कार्य मंत्रालय द्वारा आयोजित दो दिवसीय नेशनल अर्बन कॉनक्लेव में हिस्सा लिया। नई दिल्ली के द्वारका स्थित यशोभूमि इंडिया इंटरनेशनल कन्वेंशन सेंटर (IICC) में आयोजित इस राष्ट्रीय सम्मेलन में देशभर से 2500 से अधिक प्रतिनिधि शामिल हुए।
कॉनक्लेव में शहरी विकास, नीति निर्माण, सर्कुलर इकोनॉमी, हाउसिंग इको-सिस्टम, शहरी आजीविका, गरीबी उन्मूलन, निर्माण एवं ध्वस्तीकरण अपशिष्ट प्रबंधन जैसे विषयों पर गहन चर्चा हुई।
अरुण साव ने क्षमता विकास पर आयोजित सत्र की अध्यक्षता की और कहा कि नगरीय निकायों के अधिकारियों व कर्मचारियों की नियमित क्षमता वृद्धि और प्रशिक्षण से ही शहरी सेवाओं की गुणवत्ता में सुधार संभव है। उन्होंने बताया कि बेस्ट प्रैक्टिसेस, नवाचार और नियमित प्रशिक्षण सत्रों से शहरी व्यवस्थाओं को सुदृढ़ किया जा सकता है।
कॉनक्लेव में उन्होंने केन्द्रीय मंत्री मनोहर लाल को छत्तीसगढ़ के स्वच्छता कार्यों पर आधारित कॉफी टेबल बुक भेंट की और राज्य सरकार की प्रतिबद्धता दोहराई कि नगरीय प्रबंधन के कार्य भारत सरकार की अपेक्षाओं के अनुरूप समय-सीमा में पूरे किए जाएंगे।
कार्यक्रम में नगरीय प्रशासन विभाग के अधिकारी, दुर्ग और जगदलपुर नगर निगम के महापौर व आयुक्त भी शामिल हुए।
कॉनक्लेव के दौरान डंपसाइट रीमेडिएशन एक्सेलरेटर प्रोग्राम (DRAP), स्वच्छ भारत मिशन ज्ञान प्रबंधन इकाई (KMU) और HUDCO की अर्बन इन्वेस्ट विंडो (UWIN) की शुरुआत की गई। साथ ही जल संरक्षण के प्रति जन-जागरूकता बढ़ाने के लिए ‘जल ही जननी’ गीत लॉन्च किया गया।



