रायपुर के सड्ढू छठ घाट में व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य को दिया अर्घ्य…पूर्व और वर्तमान विधायक भी हुए शामिल

रायपुर: लोक आस्था का महापर्व छठ हर साल कार्तिक महीने की शुक्ल पक्ष को मनाया जाता है। आज सोमवार को छठ व्रतियों ने अस्ताचलगामी सूर्य यानी डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया। राजधानी रायपुर के सड्ढू में छठ पूजा समिति (सड्ढू) द्वारा इस साल भी तालाब में छट घाट पर छठ पूजा की व्यवस्था की गई है।
सड्ढू तालाब में 27 अक्टूबर को शाम 4 बजे से अस्ताचलगामी सूर्य को अर्घ्य दिया गया। वहीं 28 अक्टूबर को सुबह 4 बजे से उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही छठ पूजा समिति (सड्ढू) द्वारा छठ घाट पर ही प्रसाद वितरण एवं भंडारा का कार्यक्रम 28 अक्टूबर को उगते सूर्य को अर्घ्य के बाद सुबह 6 बजे से किया जाएगा।
सोमवार को डूबते हुए सूर्य को अर्घ्य देने के लिए घाटों को दुल्हन की तरह सजाया गया था। छठ व्रतियों ने सूप, दउरा, बांस की डोकरी में प्रसाद रखकर तालाब में कमर तक पानी में रहकर भगवान सूर्य को सांध्य अर्घ्य दिया। इस दौरान लल्लूजी महराज और भोजपुरी कलाकारों द्वारा सांस्कृतिक कार्यक्रम की प्रस्तुति भी दी गई, जो कि लोगों को काफी आनंदित किया। आज के कार्यक्रम में संध्याकालीन आर्ग देते समय भाजपा के विधायक मोतीलाल साहू और कांग्रेस के वरिष्ठ नेता एवं पूर्व विधायक सत्यनारायण शर्मा के साथ ही स्थानीय पार्षद खेम सेन भी शामिल हुए। जिन्होंने सभी व्रत धारण करने वाली महिलाओं को और उनके परिजनों को छठ पर्व की शुभकामनाएं प्रेषित की।

बता दें कि 4 दिन चलने वाले छठ पर्व की शुरुआत 25 अक्टूबर, शनिवार को नहाय-खाय के साथ हुई थी। रविवार को खरना प्रसाद बना, अब शुक्रवार (28 अक्टूबर) की सुबह उगते हुए सूर्य को अर्घ्य दिया जाएगा। इसके साथ ही छठ महापर्व का समापन हो जाएगा।
अर्ध्य के समय छठ पूजा समिति (सड्ढू) के अध्यक्ष डॉ संजय शेखर, उपाध्यक्ष डॉ राकेश पाण्डेय, सचिव संजय सिंह, सह सचिव रविंद्र प्रताप सिंह और रोहित शुक्ला, कोषाध्यक्ष राजेश वर्मा, सह कोषाध्यक्ष शमसेर सिंह, व्यवस्था प्रमुख कौशलेंद्र सिंह, मीडिया प्रभारी शरदिन्दु भूषण के साथ समिति के सक्रिय सदस्य सुनील त्रिपाठी, लल्लन ओझा, रामबचन पाल, बिनोद सिंह, शैलेंद्र सिंह, संदीप त्रिपाठी, हेमंत चौधरी उपस्थित रहकर छठ व्रतियों को सुविधा प्रदान कराने में सहयोग किया।




