छत्तीसगढ़ कांग्रेस में बड़ा बदलाव, मोहन मरकाम की जगह दीपक बैज को बनाया अध्यक्ष
छत्तीसगढ़ । चुनाव से पहले कांग्रेस के संगठन में बड़ा बदलाव किया है. लोकसभा सांसद दीपक बैज को प्रदेश अध्यक्ष की कमान दी गई है. अब तक इस पद पर कांग्रेस विधायक मोहन मरकाम जिम्मेदारी संभाल रहे थे. लंबे समय से मोहन मारकम को हटाए जाने की चर्चा हो रही थी. अब कांग्रेस राष्ट्रीय नेतृत्व ने बस्तर के आदिवासी नेता दीपक बैज को प्रदेश की कमान सौप दी है. दीपक बस्तर सीट से लोकसभा के सांसद हैं.पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल की ओर से जारी विज्ञप्ति के अनुसार, कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बैज को छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी का नया अध्यक्ष नियुक्त किया है. छत्तीसगढ़ में इस साल नवंबर-दिसंबर में विधानसभा चुनाव प्रस्तावित है. इस समय राज्य में कांग्रेस की सरकार है.
विधानसभा चुनावों से पहले कांग्रेस की ये दूसरी बड़ी नियुक्ति है. इससे पहले कांग्रेस ने पार्टी के सीनियर नेता और छत्तीसगढ़ सरकार के मंत्री टीएस सिंह देव को राज्य का डिप्टी सीएम बनाया था. दीपक बैज को राज्य के सीएम भूपेश बघेल ने नई जिम्मेदारी मिलने पर बधाई दी है. उन्होंने ट्वीट किया, “छत्तीसगढ़ प्रदेश कांग्रेस कमेटी के नवनियुक्त अध्यक्ष दीपक बैज जी को नए दायित्व के लिए बधाई एवं शुभकामनाएं. हमारे निवर्तमान अध्यक्ष मोहन मरकाम का संगठन का सफल नेतृत्व करने के लिए आभार.”
दीपक बैज बस्तर के आदिवासी नेता हैं. वे ऑल इंडिया आदिवासी कांग्रेस के उपाध्यक्ष हैं. चित्रकूट विधानसभा सीट से विधायक (2013 से 2018) रहे हैं. फिलहाल वो बस्तर लोकसभा सीट का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
दीपक बैज ने बस्तर में पहाड़ तोड़कर सड़क बनाने के लिए ग्रामीणों को प्रेरित किया और खुद श्रमदान भी किया, इसलिए इन्हें माउंटेनमैन के नाम से भी जाना जाता है। बैज को 2017 में भारतीय छात्र संसद पुणे में आदर्श युवा विधायक के रूप में सम्मानित किया गया था। विधायक रहते हुए बैज ने लगातार 50 दिनों तक एक हजार किमी से अधिक पदयात्रा की और गांवों में रात बिताकर ग्रामीणों की समस्याएं सुनीं थीं।
छत्तीसगढ़ में इसी साल विधानसभा चुनाव होने हैं. कुछ दिनों पहले दिल्ली में छत्तीसगढ़ को लेकर कांग्रेस हाई कमान की बैठक हुई थी. इस बैठक में इस बात पर जोड़ दिया गया कि पार्टी के नेता एक जुट होकर विधानसभा चुनाव के मैैदान में उतरे. कांग्रेस के सामने सरकार को दोहराने की चुनौती है. विपक्षी दल बीजेपी लगातार कांग्रेस सरकार को घेर रही है. ऐसे में आने वाले समय में दीपक बैज के सामने चुनौतियां कम नहीं होंगी. संगठन के नेताओं को साथ लेकर सामंजस्य बैठाने का काम भी प्रदेश अध्यक्ष के कंधे पर होता है.