भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए भाजपा ने खोले पत्ते, ब्रह्मानंद नेताम पर फिर जताया भरोसा, जानिए इनकी पृष्ठभूमि

भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए प्रत्याशी चयन को लेकर मची खींचतान के बीच भारतीय जनता पार्टी ने अपने पत्ते खोल दिए हैं। पार्टी ने भानुप्रतापपुर उपचुनाव के लिए ब्रह्मानंद नेताम पर एक बार फिर भरोसा जताया है। एक बार फिर इसलिए क्योंकि साल 2008 के विधानसभा चुनाव में ब्रह्मानंद नेताम भारतीय जनता पार्टी की तरफ से बतौर प्रत्याशी जीतकर विधायक बने थे। उन्होनें दिवंगत मनोज मंडावी को चुनाव में हराया था। मनोज मंडावी जिनके निधन के बाद ही भानुप्रतापपुर की विधानसभा सीट खाली हुई है। अब ब्रह्मानंद इस सीट से एक बार फिर ताल ठोकते हुए नज़र आएंगे।
आपको बता दें कि साल 2008 में विधायक रह चुके ब्रह्मानंद नेताम चुनाव में मनोज मंडावी को एक बार हरा चुके हैं।ब्रह्मानंद नेताम इस क्षेत्र में काफी लोकप्रिय हैं। आदिवासी संगठनों के बीच इनकी पकड़ काफी मज़बूत मानी जाती है। नेताम की समाज में पैठ का फायदा भाजपा को मिल सकता है। आदिवासी ही इस क्षेत्र के निर्णायक वोटर हैं जो प्रदेश कांग्रेस सरकार से आरंक्षण में कटौती के मुद्दे को लेकर खफा चल रहे हैं और इस बार भाजपा आदिवासी आरक्षण के मुद्दे के साथ चुनाव में है।
आपको बता दें कि ब्रह्मानंद नेताम के साथ ही और चार नामों का पैनल भारतीय जनता पार्टी ने केंद्रीय समिति को भेजा था। पार्टी के अध्यक्ष अरुण साव ने कहा था कि इस चुनाव में बतौर प्रत्याशी शामिल होने 17 नाम के प्रस्ताव मिले थे, जिनमें से शॉर्टलिस्टिंग के बाद 5 नामों को दिल्ली भेजा गया था। बहरहाल, नेताम की पकड़ भाजपा को इस चुनाव में कितना फायदा दिला पाती है यह देखने वाली बात होगी।