छत्तीसगढ़ बाढ़: खैरागढ़ में 3 नदियों का पानी शहर में घुसा, युवक बहा, 14 जिलों में यलो अलर्ट”
छत्तीसगढ़ में मूसलाधार बारिश से तबाही: खैरागढ़ में तीन नदियों का पानी शहर में घुसा, युवक बहा, अब तक लापता

छत्तीसगढ़ में पिछले कुछ दिनों से हो रही मूसलाधार बारिश ने तबाही मचा दी है। कई जिलों में बाढ़ जैसे हालात बन गए हैं। खैरागढ़ में तो स्थिति और भी गंभीर है, जहां मुसका, पिपरिया और आमनेर जैसी तीन नदियों का पानी शहर के भीतर घुस गया। इसकी वजह से कलेक्ट्रेट के सामने स्थित इतवारी बाजार समेत आसपास के इलाके जलमग्न हो गए।
5000 से अधिक आबादी 3 दिन तक रही प्रभावित
बारिश और बाढ़ से खैरागढ़ शहर का एक बड़ा हिस्सा जलमग्न हो गया है। पानी 5 से 10 फीट की ऊंचाई तक भर गया था, जिससे स्थानीय लोगों का जीवन अस्त-व्यस्त हो गया। बाजार, घर, दुकानें—सब कुछ पानी में डूब गया। लगभग 5000 से अधिक आबादी तीन दिनों तक भारी परेशानी में रही।
ड्रोन फुटेज भी सामने आया है जिसमें शहर के चारों ओर सिर्फ पानी ही पानी दिखाई दे रहा है।
एक युवक तेज बहाव में बहा, अब तक नहीं मिला सुराग
शनिवार को खैरागढ़ के इतवारी बाजार क्षेत्र में अमित यादव नामक 20 वर्षीय युवक दोस्तों के साथ बाढ़ के पानी में नहा रहा था। इस दौरान वह मंदिर की छत से कूदने के दौरान तेज बहाव में बह गया।
उसके साथ दो अन्य युवक भी बह गए थे, लेकिन वे किसी तरह सुरक्षित बाहर निकल आए। अमित अब तक लापता है। परिजनों ने पुलिस में गुमशुदगी की रिपोर्ट दर्ज कराई है। SDRF की टीम लगातार सर्च ऑपरेशन चला रही है, लेकिन अभी तक कोई सफलता नहीं मिली है।
दुर्ग में भी नाले में युवक बहा, SDRF को अब तक सफलता नहीं
इसी तरह दुर्ग जिले में भी एक युवक राकेश बंजारे तेज बहाव वाले नाले में बह गया था। SDRF कमांडेंट नागेंद्र सिंह के अनुसार, तेज बहाव की वजह से सर्च ऑपरेशन में काफी दिक्कतें आ रही हैं। वर्तमान में सर्चिंग अभियान को रोक दिया गया है।
मौसम विभाग ने 14 जिलों में जारी किया यलो अलर्ट
मौसम विभाग ने सोमवार को प्रदेश के 14 जिलों में यलो अलर्ट जारी किया है। इन जिलों में भारी बारिश की संभावना जताई गई है:
- रायपुर
- दुर्ग
- बिलासपुर
- सरगुजा
- जशपुर
- कोरबा
- रायगढ़
- जांजगीर-चांपा
- बलौदाबाजार
- महासमुंद
- बीजापुर
- नारायणपुर
- कोंडागांव
- बस्तर
बारिश कुछ कम होने के आसार, लेकिन खतरा अभी बरकरार
मौसम विभाग के मुताबिक, उत्तरी छत्तीसगढ़ और झारखंड के ऊपर बना अवदाब आगे बढ़ते हुए पश्चिम की ओर जाएगा, जिससे 26 जुलाई की तुलना में बारिश थोड़ी कम हो सकती है। हालांकि जलस्तर अभी भी सामान्य नहीं हुआ है और प्रशासन अलर्ट मोड में है।