छत्तीसगढ़ की बेटी रंजीता कोरेटी ने ताइपे में एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप में गोल्ड मेडल जीतकर रचा इतिहास

छत्तीसगढ़ की बेटी रंजीता कोरेटी ने एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप 2025 में गोल्ड मेडल जीतकर राज्य और देश का नाम गौरव से ऊँचा कर दिया है। कोण्डागांव के बालगृह बालिका से निकलकर अंतर्राष्ट्रीय खेल मंच तक का सफर तय करने वाली रंजीता ने ताइपे (ताईवान) में आयोजित प्रतियोगिता में कई देशों की प्रतिद्वंद्वियों को हराकर यह ऐतिहासिक उपलब्धि हासिल की।
मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रंजीता को बधाई देते हुए कहा कि यह छत्तीसगढ़ के लिए गर्व का क्षण है। उन्होंने कहा कि बेटियाँ अगर अवसर और मार्गदर्शन पाएँ तो दुनिया की कोई भी मंज़िल दूर नहीं।
रंजीता की इस सफलता के पीछे बाल संरक्षण इकाई, महिला एवं बाल विकास विभाग और बालगृह संस्था का महत्वपूर्ण योगदान रहा है। आईटीबीपी के सहयोग से मिले प्रशिक्षण ने रंजीता को तकनीकी रूप से मज़बूत किया।
रंजीता की उपलब्धियों की बात करें तो 2021 में उन्होंने चंडीगढ़ में राष्ट्रीय प्रतियोगिता से शुरुआत की और 2022 में भोपाल में ब्रॉन्ज मेडल जीता। फिर 2024 में केरल, नासिक और त्रिशूर में गोल्ड और सिल्वर मेडल अपने नाम किए। इसके अलावा पुणे, पटना जैसे प्रमुख खेल आयोजनों में भी वह विजयी रहीं।
राष्ट्रीय सफलता के बाद रंजीता ने अंतरराष्ट्रीय मंच पर भी अपनी छाप छोड़ी। जॉर्जिया और ताशकंद में शानदार प्रदर्शन के बाद ताइपे में एशियन कैडेट जूडो चैंपियनशिप में उन्होंने गोल्ड मेडल जीतकर इतिहास रच दिया।
वर्तमान में वह भोपाल स्थित SAI में उच्च स्तरीय प्रशिक्षण के साथ शिक्षा भी ले रही हैं। उनकी इस सफलता ने यह सिद्ध कर दिया है कि छत्तीसगढ़ की बेटियाँ भी अब वैश्विक स्तर पर नेतृत्व कर रही हैं।