छ्त्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री महज 11वीं पास, जानिये भाजपा के इन तीनों मुख्यमंत्रियों में कौन सबसे अमीर है ?

भाजपा ने अपने जीते हुए तीनों राज्य मध्यप्रदेश, छत्तीस गड़ और राजस्थान में चौंकाने वाले नाम देते हुए मुख्यमंत्रियों को शपथ दिला दी. वैसे इन तीनों राज्यों के मुख्यमंत्री पार्टी या सरकार में भले ही लंबे वक्त से रहे हों, लेकिन अबतक ये कुछ खास सुर्खियों में कभी भी नहीं रहे थे.
लिहाजा हम आपके लिए इन तीनों ही मुख्यमंत्रियों के बारे में कुछ जानकारी लेकर आए हैं, जो शायद आपको पसंद भी आएगी, और अगर पसंद आए तो हमारे चैनल को जरूर सब्सक्राइब कर लीजियेगा.
आज हम आपको बताने वाले हैं इन तीनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों की संपत्ती के बारे में, जैसे इनके पास कुल कितनी संपत्ती है, कितनी देनदारियां इनके ऊपर हैं, ये कितने पढ़े लिखे हैं और क्या इनपर कोई आपराधिक केस भी दर्ज है.
तो इस मामले में सबसे पहले बात मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉक्टर मोहन यादव की. जो अमीरी के मामले में बाकी दोनों राज्यों के मुख्यमंत्रियों से सबसे आगे हैं, उज्जैन दक्षिण सीट से विधायक डॉक्टर मोहन यादव और उनके परिवार की कुल नेटवर्थ करीब 42 करोड़ रुपये है. जबकि उनके ऊपर करीब 9 करोड़ रुपये की देनदारी भी है.
पीएचडी डिग्री होल्डर मोहन यादव और उनकी पत्नी के नाम पर लगभग 15 करोड़ रुपये कीमत की कृषि भूमि, लगभग 7 करोड़ रुपये कीमत के नॉन एग्रीकल्चर लैंड और 6 करोड़ रुपये से ज्यादा कीमत के घर और फ्लैट हैं.
इस मामले में दूसरे नंबर पर हैं, छत्तीस गढ़ के सीएम विष्णुदेव साय जो 4 बार सांसद, 2 बार विधायक और 2 बार प्रदेश अध्यक्ष पद की जिम्मेदारी संभाल चुके हैं. ग्यारहवीं तक पढ़े सीएम और उनके परिवार के पास करीब 3 करोड़ 80 लाख रुपये की संपत्ति है, जबकि देनदारी की बात करें तो ये करीब 66 लाख रुपये है.
वहीं राजस्थान के सीएम अमीरी के मामले में अपने दोनों साथियों से काफी पीछे हैं, उनकी कुल नेटवर्थ करीब 1 करोड़ 46 लाख रुपये है, जबकि उनके ऊपर देनदारी 35 लाख रुपये की है. राजस्थान के नए सीएम के नाम दो घर-एक फ्लैट है. इनकी कीमत लगभग 1 करोड़ रुपये बताई गई है.
भाजपा के इन तीनों ही मुख्यमंत्रियों पर कोई क्रिमनल केस नहीं है. वैसे आपको इन तीनों ही मुख्यमंत्रियों में से ज्यादा वक्त तक सीएम पर पर टिके रहने वाला नेता कौन लगता है, अपनी राय जरूर कमेंट करें ।