मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने रायपुर में मेधावी छात्रों और उत्कृष्ट स्कूलों को किया सम्मानित, बोले– शिक्षा राष्ट्र निर्माण की नींव

रायपुर। मुख्यमंत्री विष्णु देव साय ने राजधानी रायपुर के पं. दीनदयाल उपाध्याय ऑडिटोरियम में आयोजित पीएसवाय उत्कृष्टता सम्मान समारोह में विभिन्न विधाओं के प्रतिभावान छात्र-छात्राओं और बेहतरीन प्रदर्शन करने वाले स्कूलों को सम्मानित किया।
मुख्यमंत्री ने सभी सम्मानित शिक्षकों, विद्यार्थियों और संस्थाओं को बधाई देते हुए कहा– “शिक्षा केवल डिग्री का साधन नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र सेवा का मार्ग है। शिक्षा के बिना जीवन अधूरा है और यही किसी भी देश की प्रगति की बुनियाद होती है। सफलता की असली कुंजी शिक्षा ही है।”
उन्होंने कहा कि छत्तीसगढ़ अपने रजत जयंती वर्ष में प्रवेश कर चुका है और बीते वर्षों में राज्य ने शिक्षा के क्षेत्र में जबरदस्त प्रगति की है। पहले जहां केवल एक मेडिकल कॉलेज था, आज 15 से ज्यादा मेडिकल कॉलेज संचालित हो रहे हैं। आईआईटी, एनआईटी, आईआईएम और एम्स जैसे प्रतिष्ठित राष्ट्रीय संस्थान भी राज्य में कार्यरत हैं।
मुख्यमंत्री ने कहा– “आज गांव-गांव में स्कूल हैं और बच्चों की जरूरतों के मुताबिक कॉलेज खोले गए हैं। मुझे याद है कि मैंने पांचवीं कक्षा की बोर्ड परीक्षा दूसरे गांव में दी थी, क्योंकि अपने गांव में परीक्षा केंद्र नहीं था। अब छात्रों के पास असीम अवसर हैं और हर बच्चे को इन अवसरों का लाभ लेकर अपने सपनों को साकार करना चाहिए।”
उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश विकसित भारत के लक्ष्य की ओर तेजी से बढ़ रहा है और इसी संकल्प के साथ छत्तीसगढ़ भी आगे बढ़ रहा है। पिछले 11 वर्षों में देश ने वैश्विक स्तर पर नई पहचान बनाई है और भारत फिर से विश्वगुरु बनने की राह पर है।
मुख्यमंत्री ने बताया कि राज्य सरकार नई शिक्षा नीति को जमीनी स्तर पर लागू करने के लिए लगातार प्रयासरत है। 2020 में लागू की गई नीति के तहत छत्तीसगढ़ में अब शिक्षा स्थानीय भाषाओं में भी उपलब्ध कराई जा रही है। बस्तर जैसे क्षेत्रों में स्थानीय भाषाओं में पढ़ाई हो रही है और मेडिकल शिक्षा हिंदी में दी जा रही है।
रायपुर सांसद बृजमोहन अग्रवाल ने सम्मानित छात्रों को बधाई देते हुए कहा कि भारत को 2047 तक विकसित राष्ट्र बनाने के संकल्प में इन बच्चों की महत्वपूर्ण भूमिका होगी। उन्होंने कहा– “भारत को दोबारा विश्वगुरु बनाने में युवाओं का योगदान निर्णायक होगा।”
विधायक धरमलाल कौशिक ने कहा कि इस सम्मान समारोह का मकसद सिर्फ मेधावी छात्रों को सम्मानित करना नहीं है, बल्कि अलग-अलग क्षेत्रों की प्रतिभाओं को एक मंच देना भी है। उन्होंने नई शिक्षा नीति के तहत विद्यार्थियों को बहुभाषी बनाने के प्रयासों की सराहना की और राज्य में शिक्षा क्षेत्र में हो रहे सकारात्मक बदलावों की तारीफ की।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने उत्कृष्ट प्रदर्शन करने वाले कलाकारों को भी सम्मानित किया। कार्यक्रम में वरिष्ठ चित्रकार राज सैनी ने मुख्यमंत्री को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और पूर्व प्रधानमंत्री भारत रत्न अटल बिहारी वाजपेयी के साथ उनकी पेंटिंग भेंट की। समारोह में पीएसवाय के प्रेसिडेंट डॉ. एस.के. मिश्रा, सलाहकार महेंद्र गुप्ता, सीईओ शुभ्रा शुक्ला सहित अनेक प्रबुद्धजन, शिक्षाविद्, गणमान्य अतिथि और छात्र-छात्राएं उपस्थित रहे।