मुख्यमंत्री विष्णु देव साय लैलूंगा के भुईयांपानी में दीप महोत्सव कार्यक्रम में हुए शामिल, की कई महत्वपूर्ण घोषणाएं

रायपुर, 21 अक्टूबर 2025 – दीपावली के पावन अवसर पर मुख्यमंत्री विष्णु देव साय रायगढ़ जिले के लैलूंगा तहसील के ग्राम भुईयांपानी पहुंचे, जहां उन्होंने गुरुधाम में आयोजित दीप महोत्सव कार्यक्रम में हिस्सा लिया। मुख्यमंत्री ने संत गुरुदेव स्वामी धनपति पंडा जी और प्रेमशीला पंडा की प्रतिमाओं के समक्ष नमन कर प्रदेशवासियों के सुख, शांति और समृद्धि की कामना की।
साय ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि यह पर्व हर घर में उजियारा और हर जीवन में सुख, शांति और प्रेम का प्रकाश फैलाए। उन्होंने गुरुधाम में पूजा-अर्चना की, शिव मंदिर में जलाभिषेक किया और हनुमान मंदिर व वटवृक्ष की आराधना भी की।
मुख्यमंत्री ने कहा कि यह संतों और जनता का आशीर्वाद है कि एक किसान का बेटा आज मुख्यमंत्री है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की गारंटी योजनाओं को जमीन पर उतारना राज्य सरकार की सर्वोच्च प्राथमिकता है। उनकी सरकार सुशासन, पारदर्शिता और विकास के संकल्प के साथ आगे बढ़ रही है।
साय ने कहा कि किसानों को दो वर्षों का बकाया बोनस दिया गया है। धान खरीदी की सीमा 21 क्विंटल प्रति एकड़ कर दी गई है और धान का मूल्य 3,100 रुपए प्रति क्विंटल निर्धारित किया गया है। महतारी वंदन योजना के तहत महिलाओं को हर माह 1,000 रुपए की आर्थिक सहायता दी जा रही है। प्रधानमंत्री आवास योजना के अंतर्गत 18 लाख आवास स्वीकृत किए जा चुके हैं। ई-गवर्नेंस की शुरुआत के साथ भ्रष्टाचार के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की जा रही है।
उन्होंने भूमिहीन मजदूर सहायता योजना, तेंदूपत्ता खरीदी 5,500 रुपए प्रति बोरा, रामलला दर्शन योजना और मुख्यमंत्री तीर्थ-दर्शन योजना जैसी जनहितकारी योजनाओं का उल्लेख किया।
मुख्यमंत्री ने गुरुधाम में एक करोड़ रुपए की लागत से सर्वसुविधायुक्त भवन निर्माण, महतारी सदन के लिए 29 लाख रुपए, हाईमास्ट लाइट की स्थापना, तालाब सौंदर्यीकरण, बोर खनन और अन्य विकास कार्यों की घोषणाएं कीं।
कार्यक्रम में लोकसभा सांसद राधेश्याम राठिया ने दीपावली की शुभकामनाएं देते हुए कहा कि गुरु ही वह प्रकाश हैं जो हमें अंधकार से ज्ञान और सत्य के मार्ग की ओर ले जाते हैं। राज्यसभा सांसद देवेंद्र प्रताप सिंह, महापौर जीवर्धन चौहान, संत समाज के अध्यक्ष सहदेव पंडा, जिला पंचायत उपाध्यक्ष दीपक सिदार, सत्यानंद राठिया और बड़ी संख्या में श्रद्धालु उपस्थित रहे।