नई दिल्ली : हिमाचल के स्कूल से मिले 18 मरे हुए चमगादड़, जांच को पहुंची टीम

नई दिल्ली : इस समय केरल समेत पूरे देश में ‘निपाह वायरस ‘ की दहशत है। कई राज्यों में इसे लेकर अलर्ट जारी कर दिया गया है। केंद्र सरकार ने भी इस पर चिंता चाहिर करते हुए पैनिक नहीं होने की सलाह दी है। इस वायरस से अब तक 11 लोगों की जान चली गई है, जबकि 18 लोग इससे संक्रमित पाए गए हैं। इन सभी का इलाज किया जा रहा है। निपाह वायरस को लेकर दिल्ली-एनसीआर समेत जम्मू-कश्मीर, गोवा, राजस्थान, गुजरात और तेलंगाना में अलर्ट जारी कर दिया गया है। वहीं अब हिमचल प्रदेश में एक दर्जन से ज्यादा मरे हुए चमगादड़ मिलने से सनसनी मच गई है।
इस समय केरल समेत पूरे देश में ‘निपाह वायरस ‘ की दहशत है
हिमाचल प्रदेश के नाहन की पंचायत बर्मा
इस समय केरल समेत पूरे देश में ‘निपाह वायरस ‘ की दहशत है
पापड़ी के एक सीनियर सेकंडरी स्कूल के प्रांगण में 18 चमगादड़ मरे हुए पाए गए हैं। बताया जा रहा है कि ये चमगादड़ बीते काफी सालों से यहां के पेड़ों पर रहते थे, ये कभी किसी को परेशान नहीं करते थे लेकिन अचानक बुधवार को यहां डेढ़ दर्जन चमगादड़ों की मौत हो गई, जिसे देखकर लोग भयभीत हो गए। स्कूल के प्रिंसिपल और छात्रों ने बताया कि यहां हर वर्ष चमगादड़ आते हैं लेकिन इस वर्ष इनकी संख्या पिछले वर्ष की तुलना में बहुत ज्यादा है।
प्रिंसिपल सुपर्ना भारद्वाज ने कहा कि ऐसी स्थिति में लोगों में घबराहत है। केरल में मौतों के बाद और अब यहां मृत चमगादड़ों के मिलने से निपाह वायरस के डर को अनदेखा नहीं किया जा सकता है। छात्रों को बीमारी और इसके निवारक उपायों के बारे में सूचित किया गया ताकि इस वायरस के बारे में सभी सावधानी बरतें और जितना संभव हो उतने लोगों को सूचित करें।
’निपाह’ की रोकथाम के लिए राजस्थान में विशेष सतर्कता बरतने के निर्देश
केरल के स्वास्थ्य मंत्री केके शैलाजा ने निपाह वायरस से 10 लोगों के मौत की पुष्टि की है। इससे पहले, केरल के गवर्नर पी सथशिवम ने राज्य स्वास्थ्य मंत्रालय की ओर से जारी सलाहों का पालन करने का अनुरोध किया था और लोगों से वायरस के फैलने के अफवाहों से नहीं घबराने की अपील की थी।
चमगादड़ों की मौत के बाद नहीं फैल सकता संक्रमण
लोगों के दहशत को देखते हुए वन विभाग के डीसी ललित जैन ने लोगों से अपील की वो परेशान या भयभीत ना हो क्योंकि चमगादड़ों की मौत के बाद इस क्षेत्र में ‘निपाह वायरस’ के फैलने की संभावना ना के बराबर है क्योंकि चमगादड़ों के मरने के बाद संक्रमण फैलने की संभावना नहीं पाई गई है। उन्होंने कहा कि हो सकता है कि गर्मी के कारण चमागादड़ों की मौत हुई हो, उन्होंने बताया कि पशुपालन विभाग के अधिकारियों द्वारा मृत चमगादड़ों के सैंपल लिए गए, जिसे पूना और जालंधर प्रयोगशालाओं में भेजे जा रहे हैं।