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दंतेवाड़ा पुलिस ने बाइक चोर गिरोह का किया भंडाफोड़, हैदराबाद से चोरी हुई 5 बाइकें बरामद

रायपुर। छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में पुलिस ने एक बड़े बाइक चोरी गिरोह का खुलासा किया है। इस गिरोह ने हैदराबाद से 5 सोलिड बाइकें चोरी कर उन्हें फर्जी नंबर प्लेट और नकली RC बनाकर बेचने की योजना बनाई थी।

पुलिस ने इस मामले में 3 आरोपियों को गिरफ्तार किया है, जिनके कब्जे से लगभग 7.5 लाख रुपए मूल्य की 5 बाइकें और प्रिंटर मशीनें जब्त की गई हैं। वहीं, गिरोह का मुख्य सदस्य जो हैदराबाद में है, उसकी खोज जारी है।

चेकिंग के दौरान खुला राज़

मामला गीदम थाना क्षेत्र का है, जहाँ पुलिस की नियमित वाहन जांच के दौरान एक लाल रंग की स्प्लेंडर बाइक को रोककर दस्तावेज मांगे गए। बाइक चालक गुलशन नाहटा के पास वैध कागजात नहीं थे। जांच में पता चला कि बाइक पर लगी नंबर प्लेट असल में एक रजिस्टर अल्टो कार की थी, जिससे पुलिस को शक हुआ और गुलशन को हिरासत में लिया गया।

चोरी की बाइकें छुपाई गईं थे गैराज में

गुलशन ने पूछताछ में बताया कि बाइकें हैदराबाद से चोरी कर लाए गए हैं और उसके गैराज में और भी चार बाइकें (2 बुलट, 1 पल्सर, 1 स्प्लेंडर) छुपाई गई हैं। पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सभी बाइकें बरामद कर लीं।

गिरोह के अन्य सदस्य भी गिरफ्तार

गुलशन ने अपने साथियों रिज्जू के. जे., प्रवीण गोलछा और कैलाश निषाद का नाम लिया। पुलिस ने कैलाश और रिज्जू को गिरफ्तार कर लिया है, जबकि प्रवीण की तलाश जारी है। प्रवीण हैदराबाद में रहता है और गिरोह का मुख्य साजिशकर्ता बताया जा रहा है।

चोरी की साजिश का पूरा खेल

हैदराबाद के अलग-अलग बाइक शोरूम से ग्राहक बाइक खरीदते थे, जिस पर गिरोह के सदस्य उनकी हरकतों पर नजर रखते थे। फिर किसी मौके का फायदा उठाकर बाइकें चुरा ली जाती थीं। चोरी की बाइक को प्रवीण पिकअप के जरिए दंतेवाड़ा के गीदम तक पहुंचाता था, जहाँ गुलशन और रिज्जू उन्हें अपने गैराज में छुपाते थे।

फर्जी नंबर प्लेट और RC की चकाचौंध

जगदलपुर में रहने वाला कैलाश, जो CSC सेंटर चलाता है, इंटरनेट से रैंडम नंबर निकाला करता था और उसके आधार पर फर्जी RC बनाता था। ये नकली RC बनाने का काम गिरोह की योजना का अहम हिस्सा था ताकि चोरी की बाइक आसानी से बिक सके।

पुलिस की सतर्कता से बड़ी सफलता

गीदम पुलिस की सतर्कता ने इस गिरोह को बेनकाब कर दिया। थाना प्रभारी विजय पटेल की देखरेख में SI शशिकांत यादव, ASI संतोष यादव, प्रशांत सिंह समेत अन्य पुलिसकर्मी लगातार वाहन जांच कर रहे थे। SDOP गोविंद दीवान इस पूरे ऑपरेशन की मॉनिटरिंग कर रहे थे।

SP का बयान

दंतेवाड़ा के SP गौरव राय ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में बताया कि मुख्य आरोपी की तलाश जारी है, जबकि पकड़े गए तीनों आरोपियों को जेल भेज दिया गया है। इस गिरोह में और कितने लोग शामिल हैं, इसकी जांच अभी चल रही है।

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