
रायपुर/31 जनवरी 2019
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि जांच एजेन्सियां तो घपले, घोटालों और षडयंत्रों का तिनका तलाश कर रही है, ये पूर्व मुख्यमंत्री बार-बार अपनी दाढ़ी क्यों छू रहे हैं?
उन्होंने कहा है कि पूर्व मुख्यमंत्री बार बार बदले की बात कर रहे हैं लेकिन यह समझ में नहीं आता कि वे बदले की बात सोच भी क्यों रहे हैं? मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने साफ़ कहा है कि वे बदले की भावना से कोई कार्य नहीं करेंगे। वैसे भी पुण्यकार्य करने वालों को बदले का डर कभी सताता भी नहीं है। यह डर उन्हीं को होता है जिन्होंने पाप किए होते हैं और वे जानते हैं कि उन्होंने जानबूझकर किसी न किसी का अहित किया है। रमन सिंह जी तो वीडियो जारी करते कह रहे हैं कि वे सिंह हैं और गीदड़ों से नहीं डरेंगे, तो यह ‘बदला-बदला’ का राग सिंह क्यों अलाप रहा है?
कांग्रेस संचार विभाग के प्रमुख शैलेश नितिन ने कहा है कि अगर कुछ हुआ है, उसकी पुलिस में शिकायत हुई है तो उसकी जांच हो रही है, इसमें किसी को भी आपत्ति क्यों और इसमें बदले की क्या बात है? घपला, घोटाला और षडयंत्र जिस समय हुआ, उसी समय पुलिस में शिकायत भी हुई, बस जांच पूरी और ठीक तरह से नहीं हुई थी। लोकतंत्र में नई सरकार की जवाबदारी पुरानी सरकार के अधूरे कार्यों को पूरा करने की तो होती ही है। जांच के अधूरे काम को जांच एजेंसियां पूरा भी न करें रमन सिंह जी?
जनता ने सरकार को चुना है और यह सोचकर चुना है कि नई सरकार पता लगाएगी कि झीरम में उनके प्रिय नेताओं के जनसंहार का षडयंत्र रचने वाले कौन लोग थे? वह ‘सीएम मैडम’ और ‘डा. साहब’ के बारे में जानना चाहती है। जनता यह भी जानना चाहते हैं कि अंतागढ़ में लोकतंत्र का चीरहरण करने वाले कौन लोग थे? जनता तो बहुत कुछ जानना चाहती है, मसलन यह कि पूर्व मुख्यमंत्री के पते पर विदेश में खाता खोलने वाला अभिषाक सिंह कौन है? हज़ारों करोड़ का टेंडर घोटाला करने वाला शख्स कौन है? विदेशी पैसे लेकर छत्तीसगढ़ को कंसल्टेंसी देने वाली कंपनी का आखिर काम क्या था? रेल परियोजना में फेरबदल किन वजहों से हुआ? सीडी बनवाने वालों का सीएम हाउस से क्या रिश्ता था? आय से अधिक संपत्ति कमाने वाले मंत्रियों का कच्चा चिट्ठा कहां है? और सरकारी ज़मीन हड़पकर फार्म हाउस किसने और कैसे-कैसे बनवाया?
कांग्रेस संचार विभाग प्रमुख शैलेश नितिन त्रिवेदी ने कहा है कि निर्वाचित सरकार का दायित्व है कि वह जनता की इच्छा और आकांक्षाओं को पूरा करे। जैसा कि मुख्यमंत्री जी ने कहा है कि अभी तो कुछ फाइलों की धूल झाड़ी है, अभी से चीख पुकार मचने लगी है।
उन्होंने कहा है, “अच्छा होता कि रमन सिंह जी बार बार अपनी दाढ़ी न छुएं और निश्चिंत रहे, तिनका जहां मिलेगा, कार्रवाई वहीं होगी।”